हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा मक़ारिम शीराज़ी ने विश्व प्रतिरोध दिवस के अवसर पर अपने बयान में कहा कि हमें हर हाल में इस्लामी प्रतिरोध को पुनर्जीवित करने के लिए प्रयास करना चाहिए।
एक रिपोर्ट के अनुसार , आयतुल्लाहुल उज़मा नासिर मक़ारिम शीराज़ी ने विश्व प्रतिरोध दिवस के अवसर पर अपने बयान में कहा कि चाहे हम धर्म के अनुयायी हों या केवल दुनियावी मामलों में रुचि रखने वाले इस्लाम के समर्थक हों या केवल राष्ट्र और जाति के प्रेमी राजनेता हों या धर्मगुरु हर स्थिति में इस्लामी प्रतिरोध के पुनर्जीवन के लिए प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह तआला ही सच्ची उम्मीद का स्रोत और इंसान की स्थिरता और प्रतिरोध का मूल केंद्र है इसी कारण हमें हर क्षेत्र में अल्लाह पर भरोसा करते हुए इस्लामी प्रतिरोध को मजबूत करने के लिए संघर्ष करना चाहिए।