फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने एलान किया है कि युद्धविराम समझौते को जारी रखने और बंदियों की आज़ादी व रिहाई के संबंध में हमें ज़ायोनी सरकार की ओर से नई गैरेन्टी प्राप्त हुई है।
हमास आंदोलन के प्रवक्ता हाज़िम क़ासिम ने युद्धविराम समझौते को लागू करने के मार्ग में ज़ायोनी सरकार द्वारा उत्पन्न की जा रही रुकावटों व बाधाओं की ओर संकेत करते हुए कहा कि हम किसी प्रकार के परिवर्तन के बिना इस समझौते को लागू करने के प्रयास में हैं और जितना भी दबाव अधिक हो उसमें बदलाव और परिवर्तन की अनुमति नहीं देंगे।
हाज़िम क़ासिम ने कहा कि जिन शर्तों के साथ युद्धविराम हुआ है हम उसके प्रति कटिबद्ध हैं जबकिअतिग्रहणकारी हमेशा की भांति टालमटोल और आनाकानी की नीति को जारी रखते हैं मगर जिन शर्तों के साथ युद्धविराम हुआ है हमने उन्हें उसे मानने पर मजबूर कर दिया है।
ग़ाज़ा पट्टी की 70 प्रतिशत आधारभूत संरचनायें तबाह
इसी बीच ग़ाज़ा के मेयर हसना मेहना ने कहा है कि ग़ाज़ा की 70 प्रतिशत आधारभूत संरचनायें तबाह हो गयी हैं और यह हालत बुनियादी सेवाओं के बंद होने और लोगों की दिनचर्या की ज़िन्दगी के बहुत सख्त बनने का कारण बनी है।
मेहना ने कहा कि ग़ज़ा पट्टी में बड़े पैमाने पर तबाही पानी के बहुत अधिक कम होने, जलनिकासी की व्यवस्था के ख़राब हो जाने, कड़े का ढ़ेर लग जाने, सड़कों और रास्तों का बर्बाद हो जाना बिजली और ऊर्जा के न होने का कारण बना है और यह उस हालत में है जब नगर पालिका की सेवायें न्यूनतम स्तर पर कम हो गयी हैं।
ग़ाज़ा के मेयर ने बल देकर कहा कि ज़ायोनी सैनिक अब भी ग़ाज़ा में भारी वाहनों के आने को रोक रहे हैं और यह बात मलबे को हटाने और सड़कों व रास्ते के साफ़ करने में रुकावट बनी हुई है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि परिवहन के फ़िर से आरंभ होने और आवासीय क्षेत्रों तक लोगों को पहुंचाने व आवाजाही में विलंब का कारण बना है।
पश्चिमी किनारे पर चार फ़िलिस्तीनी शहीद
दूसरी ओर ज़ायोनी सैनिकों ने पश्चिमी किनारे पर चार फ़िलिस्तीनी जवानों को शहीद कर दिया।
पश्चिमी किनारे पर फ़िलिस्तीनी नागरिकों के मामलों से जुड़े कार्यालय ने एक बयान में एलान किया है कि जेहाद महमूद हसन मशारेक़ा, मोहम्मद ग़स्सान अबू आबिद और ख़ालिद मुस्तफ़ा शरीफ़ आमिर को बुधवार को ज़ायोनी सैनिकों ने तूलकर्म के उत्तर में गोलीमार कर शहीद कर दिया और ज़ायोनी सैनिकों ने अभी तक शहीद होने वालों के शवों को नहीं दिया है।
आदिल अहमद आदिल बिशकार एक अन्य फ़िलिस्तीनी जवान है जिसे ज़ायोनी सैनिकों ने शुक्रवार की रात को नाब्लस के पूरब में अस्कर नामक शिविर में गोली मारकर शहीद कर दिया।
ज़ायोनी सैनिकों ने दक्षिणी लेबनान के कई क्षेत्रों पर हमला किया
समाचारिक सूत्रों ने बताया है कि ज़ायोनी सैनिकों ने दक्षिणी लेबनान के नब्तिया प्रांत के यारून उपनगर पर हमला किया।