नस्रुल्लाह और सफ़ीयुद्दीन ने इस्लामी राष्ट्र की शराफ़त व प्रतिष्ठा का बचाव किया

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नस्रुल्लाह और सफ़ीयुद्दीन ने इस्लामी राष्ट्र की शराफ़त व प्रतिष्ठा का बचाव किया

इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के शहीद महासचिव के दफ़्न समारोह के अवसर पर कहा कि हम उस वचन व अहद पर क़ायेम हैं जो हमने किया है।

लेबनान के इस्लामी आंदोलन हिज़्बुल्लाह आंदोलन के पूर्व महासचिव शहीद सैय्यद हसन नस्रुल्लाह और हिज़्बुल्लाह की राजनीतिक परिषद के प्रमुख शहीद सैय्यद हाशिम सफ़ीयुद्दीन की शवयात्रा आज 23 फ़रवरी 2025 को बैरूत में निकाली जायेगी।

ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्किया ने सोशल साइट X पर एक संदेश पोस्ट करके लिखा है कि महान लेबनानी राष्ट्र इस लाएक़ है कि वह अपने समस्त सपूतों विशेषकर इन दो महान सैय्यदों पर गर्व करे। यह वह शूरवीर थे जो अपने वचन के प्रति वफ़ादार थे और राष्ट्र की शराफ़त का बचाव किया यहां तक कि अल्लाह की राह में वे शहीद हो गये।  

राष्ट्रपति के इस संदेश में आया है कि हम उस वचन के प्रति कटिबद्ध हैं जो हमने किया है।

क़ालीबाफ़ः नस्रुल्लाह इस्लामी राष्ट्र की इज़्ज़त और प्रतिरोध का मोर्चा हैं

ईरान की संसद मजलिसे शुराये इस्लामी के संसद सभापति मोहम्मद बाक़िर क़ालीबाफ़ ने प्रतिरोध के नेताओं के दफ़्न समारोह में भाग लेने के लिए लेबनान जाने से पहले कहा था कि आज का दिन प्रतिरोध के मोर्चे, इस्लामी राष्ट्र और लेबनानी लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बल देकर कहा था कि शहीद नस्रुल्लाह इस्लामी राष्ट्र, इस्लामी जगत और प्रतिरोध के मोर्चे के लिए इज़्ज़त हैं।

 

 इराक़चीः सैय्यद हसन ने प्रतिरोध को एक स्ट्रैटेजिक समीकरण में परिवर्तित कर दिया

ईरान के विदेशमंत्री सैय्यद अब्बास इराक़ची सैय्यद शहीद हसन नस्रुल्लाह और सैय्यद शहीद हाशिम सफ़ीयुद्दीन के दफ़्न समारोह में भाग लेने के लिए लेबनान की राजधानी बैरूत गये हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज का दफ़्न समारोह दुनिया को दिखा देगा कि प्रतिरोध और हिज़्बुल्लाह ज़िन्दा है और वह अपनी आकांक्षाओं के प्रति कटिबद्ध व वफ़ादार है।

ईरान के विदेशमंत्री ने बल देकर कहा कि सैय्यद हसन नस्रुल्लाह ने ऐसे समय में प्रतिरोध और इज़्ज़त से प्रतिरोध के विचार को क्षेत्र की सतह पर एक स्ट्रैटेजिक समीकरण में परिवर्तित कर दिया जब अरब दुनिया और इस्लामी जगत के बहुत से नेताओं ने विदेशी दबावों के सामने घुटने टेक दिये।

लारीजानीः सैय्यद हसन नस्रुल्लाह ने क्षेत्र के जवानों में होशियारी को बेदार व जागरुक बना दिया

ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के सलाहकार और ईरान की इस्लामी व्यवस्था की हित संरक्षक परिषद के सदस्य अली लारीजानी ने बल देकर कहा कि शहीद हसन नस्रुल्लाह ने क्षेत्र के जवानों में होशियारी पैदा कर दी और वह एक मुसलमान राजनेता थे।

ईरान में आसमानी धर्मों के नेताः हमें सैय्यद हसन नस्रुल्लाह की आवाज़ होना चाहिये।

ईरान में आसमानी धर्मों के नेताओं ने शहीद सैय्यद हसन नस्रुल्लाह  के दफ़्न समारोह के अवसर पर तेहरान में हज़रत युसूफ़ गिरजाघर में एक बैठक की और उसमें उन्होंने बल देकर कहा कि सैय्यद हसन नस्रुल्लाह की बातों को संचार माध्यमों में कहना और हमें एकजुट रहना चाहिये। फ़िलिस्तीनी देश और लेबनान को समस्याओं से मुक्ति मिलनी चाहिये और गिरजाघर का दायित्व है कि वह लोगों की आवाज़ बने और फ़िलिस्तीन में जिन लोगों की आवाज़ नहीं सुनी जा रही है हमें उनकी आवाज़ को दुनिया तक पहुंचाना चाहिये।

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