लेबनान की राजधानी बेरूत में सितंबर 2024 में इज़रायली हमले में शहीद हुए हिज़्बुल्लाह के महासचिव हसन नसरुल्लाह के जनाज़े में शामिल होने के लिए लाखों लोग बेरूत के एक स्टेडियम में जमा हुए अलजज़ीरा’ की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस जनाज़े में शामिल होने के लिए लेबनान और विदेश से कई पुरुष महिलाएं और बच्चे पैदल चलकर पहुंचे।
लेबनान की राजधानी बेरूत में सितंबर 2024 में ज़ायोनी हमले में शहीद हुए हिज़्बुल्लाह के महासचिव हसन नसरुल्लाह के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लाखों लोग बेरूत के एक स्टेडियम में जमा हुए अलजज़ीरा’ की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लेबनान और विदेश से कई पुरुष महिलाएं और बच्चे पैदल चलकर पहुंचे।
इससे पहले हिज़्बुल्लाह के वरिष्ठ अधिकारी अली दामूश ने पत्रकारों को बताया था कि अंतिम संस्कार में दुनिया भर से हजारों कार्यकर्ताओं के अलावा 65 देशों से लगभग 800 प्रमुख हस्तियों ने शिरकत की इस मौके पर हिज़्बुल्लाह के मौजूदा प्रमुख शेख़ नईम क़ासिम ने कहा कि मुक़ावमत समाप्त नहीं हुआ है हिज़्बुल्लाह अब भी मज़बूत है।
बेरूत में शहीद हसन नसरुल्लाह की अंतिम यात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए नईम क़ासिम ने कहा,प्रतिरोध अब भी इजरायल का सामना करने के लिए तैयार है। अत्याचारी इज़रायल और अमेरिका का हमारे देश पर क़ब्ज़ा हमें मंज़ूर नहीं। ज़ायोनी और अमेरिका जो चीज़ें जंग से हासिल नहीं कर सका वह राजनीति से भी नहीं कर सकते हम हसन नसरुल्लाह के रास्ते पर चलेंगे और उनकी जंग जारी रहेगी।
हिज़्बुल्लाह के मौजूदा प्रमुख नईम क़ासिम ने कहा था कि इज़रायल और हिज़्बुल्लाह के बीच जारी भीषण जंग की वजह से सुरक्षा हालात के चलते बीते दो महीनों तक शहीद हसन नसरुल्लाह को दफ़्न नहीं किया जा सका था, लेकिन अब हालात सामान्य हो गए हैं, इसलिए हिज़्बुल्लाह ने 23 फरवरी को हसन नसरुल्लाह के जनाज़े का बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया था।