ग़ज़ा पर नए इज़राइली हमलों में 35 लोग शहीद

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ग़ज़ा पर नए इज़राइली हमलों में 35 लोग शहीद

 हमलों की एक नई लहर में, इज़राइली युद्धक विमानों ने ग़ज़ा पट्टी के विभिन्न इलाकों में फ़िलिस्तीनी घरों पर बमबारी की।

ताज़ा हमलों में, इज़राइली युद्धक विमानों ने ग़ज़ा पट्टी के उत्तर में ख़ान यूनिस और रफ़ा के क्षेत्र अल-बदवीया और अल-जेनेना के अल-मनारा, अल-मवासी और अल-फ़ख़्री क्षेत्रों में फिलिस्तीनी घरों पर बमबारी की, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम 35 फिलिस्तीनी शहीद और दर्जनों अन्य घायल हो गए, जिनमें से अधिकांश बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।  

ज़ायोनी शासन के युद्धक विमानों ने रविवार सुबह ग़ज़ा पट्टी के विभिन्न इलाकों पर बमबारी की।

 ग़ज़ा में शहीदों की संख्या बढ़कर 49 हज़ार 747 हो गई

 इस संबंध में, ग़ज़ा में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को एलान किया था कि पिछले 48 घंटों में 130 शहीदों और 263 घायल फिलिस्तीनियों के शवों को अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है।

फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, ज़ायोनी शासन द्वारा युद्धविराम के उल्लंघन के बाद 18 मार्च, 2025 से अब तक शहीदों और घायलों की संख्या 634 हो गई है जबकि 1172 लोग घायल हुए हैं। इस आंकड़े को मिलाकर, 7 अक्टूबर, 2023 से ग़ज़ा पट्टी में शहीदों की संख्या 49 हज़ार 747 हो गई है जबकि घायलों की संख्या 1 लाख 13 हज़ार 213 हो गई है।

 ख़ान यूनिस में हमास के राजनीतिक कार्यालय के एक सदस्य शहीद

 दूसरी ख़बर यह है कि फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन "हमास" के राजनीतिक कार्यालय के सदस्य और फ़िलिस्तीनी विधान सभा के प्रतिनिधि "सलाह अल-बर्देवेल" अपनी पत्नी के साथ रविवार की सुबह दक्षिणी ग़ज़ा के खान यूनिस शहर के पश्चिम में स्थित अल-मवासी क्षेत्र में कैंप पर ज़ायोनियों के हमले में शहीद हो गए।

हमास आंदोलन ने अल-बर्देवेल की शहादत पर बधाई और शोक व्यक्त करते हुए एक संदेश जारी किया और इस बात पर जोर दिया कि शहीद अल-बर्दविल और उनकी पत्नी और सभी शहीदों का खून स्वतंत्रता संग्राम की ज्वाला जलाए रखेगा और कब्जा करने वाला शासन हमारे दृढ़ संकल्प और दृढ़ता को कमजोर नहीं कर सकेगा।

 हमास: युद्धविराम समझौते को अंतिम रूप देने के लिए मध्यस्थों से संपर्क जारी है

 इस बीच, हमास के प्रवक्ता अब्दुल लतीफ क़ानू ने कहा, पश्चिम एशियाई मामलों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के विशेष दूत स्टीव वेटकोफ़ के प्रस्ताव और कुछ अन्य विचारों पर मध्यस्थों के साथ चर्चा की जा रही है और ज़ायोनी शासन के साथ युद्धविराम समझौते को अंतिम रूप देने की मांग ख़त्म नहीं हुई है, लेकिन नेतन्याहू हमेशा इस रास्ते में बाधाएं पैदा करते रहते हैं।

 

नेतन्याहू विरोधी प्रदर्शन

 ज़ायोनी सेना ने पिछले मंगलवार से ग़ज़ा पट्टी पर अपना सैन्य आक्रमण फिर से शुरू कर दिया, इन हमलों की वजह से मक़बूज़ा फिलिस्तीन के अंदर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ और गुस्साए ज़ायोनियों ने मक़बूज़ा बैतुल मुक़द्दस में प्रधानमंत्री बेन्यामीन नेतन्याहू की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किये और हमास के साथ समझौते की मांग करते हुए कहा कि ग़ज़ा में शेष ज़ायोनी क़ैदियों को रिहा कराया जाए।

इस संदर्भ में, "येदियोत अहारनोत" समाचार साइट सहित ज़ायोनी शासन के मीडिया ने "बेन्यामिन नेतन्याहू" के घर के पास ज़ायोनी सेल्टर्ज़ और इज़रायली शासन पुलिस के बीच गंभीर झड़पों की सूचना दी है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, कई प्रदर्शनकारी मक़बूज़ा बैतुल मुक़द्दस में नेतन्याहू के घर के  करीब पहुंचने में कामयाब रहे जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें तेज़ हो गयीं।

"अरबी- 21" समाचार साइट ने यह भी बताया कि इज़राइल के आंतरिक सुरक्षा और खुफिया संगठन (शाबाक) के प्रमुख रोनिन बार को हटाने और इस फैसले को रोकने के लिए इज़राइली सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक अस्थायी आदेश जारी करने के बाद, शनिवार रात को तेल अवीव में नेतन्याहू की कैबिनेट के खिलाफ एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया गया था।

इस प्रदर्शन में ज़ायोनी शासन की वर्तमान कैबिनेट के विपक्ष के नेता याइर लापिड ने भाग लिया और इस शासन की कैबिनेट की कड़ी आलोचना की और नेतन्याहू पर गृहयुद्ध शुरू करने की कोशिश का आरोप लगाया। 

 

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