हिजाब स्टाइल"; वर्तमान समाज का एक महत्वपूर्ण और विचारणीय मुद्दा!!

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हिजाब स्टाइल"; वर्तमान समाज का एक महत्वपूर्ण और विचारणीय मुद्दा!!

हौज़ा ए इल्मिया अज़-ज़हरा (स.ल.) की शिक्षिका और प्रबंधक ने "हिजाब स्टाइल और धार्मिक पहचान का धीरे-धीरे इस्तेहाला" की प्रवृत्ति पर बात करते हुए कहा,हिजाब स्टाइल" लड़कियों के बीच नकारात्मक प्रतिस्पर्धा से लेकर पुरुषों की विविधता की चाहत तक, वर्तमान समाज का एक महत्वपूर्ण और विचारणीय मुद्दा है, जो हिजाब की वास्तविक अवधारणा के साथ स्पष्ट विरोधाभास रखता है।

हौज़ा ए इल्मिया अज़ज़हरा (स.ल.) की शिक्षिका और प्रबंधक सोग़रा नूर अफ़शान ने एक साक्षात्कार में हिजाब और स्टाइल के विषय पर चर्चा करते हुए कहा,"हिजाब" का अर्थ है श्रृंगार को छुपाना और दिखावे से परहेज करना, जबकि "स्टाइल" अधिकतर मामलों में दिखावा और ध्यान आकर्षित करने का पर्याय है जो हिजाब के दर्शन के बिल्कुल विपरीत है।

उन्होंने कहा,हिजाब स्टाइल" लड़कियों के बीच नकारात्मक प्रतिस्पर्धा से लेकर पुरुषों की विविधता की चाहत तक, वर्तमान समाज का एक महत्वपूर्ण और विचारणीय मुद्दा है जो हिजाब की वास्तविक अवधारणा के साथ स्पष्ट विरोधाभास रखता है।

सुश्री नूर अफ़शान ने कहा,हिजाब स्टाइल" के एक गंभीर नुकसान में लड़कियों के बीच नकारात्मक प्रतिस्पर्धा की प्रवृत्ति है जो पुरुषों में विविधता की चाहत को बढ़ावा देने के साथ-साथ जीवन में तलाक में वृद्धि का कारण बनती है।

हौज़ा ए इल्मिया अज़-ज़हेरा (स.ल.) अहवाज़ की शिक्षिका और प्रबंधक ने कहा,हिजाब स्टाइल" का एक और नुकसान उपभोक्तावादी संस्कृति में वृद्धि है। इसके अलावा जीवन में विफलता के कड़वे अनुभव और लगातार असंतुष्टि लड़कियों में नकारात्मक भावनाओं और बेचैनी को बढ़ाती हैं और कई मनोवैज्ञानिक और सामाजिक चुनौतियाँ पैदा करती हैं।

उन्होंने कहा,धर्म इस्लाम और हमारी धार्मिक संस्कृति में पवित्रता और हिजाब के स्थान को सही ढंग से समझने के लिए व्यावहारिक और शैक्षणिक सामग्री तैयार करना, हमारी बेटियों को इस निंदनीय प्रवृत्ति से बचा सकता है और 'राष्ट्रीय मीडिया और साइबर स्पेस' भी इस संदर्भ में सकारात्मक रोल मॉडल स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं।

 

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