मिस्र के प्रमुख सुन्नी मौलाना “ताजुद्दीन हेलाली” ने “मुस्लिम उल्मा की दृष्टि से कट्टरपंथी, अतिवादी और तकफीरी विचारधाराओं पर अंतर-राष्ट्रीय सम्मेलन” को सम्बोधित किया। उन्होंने इस सम्मेलन के आयोजन की खातिर आयतुल्लाह मकारिम शीराज़ी का आभार व्यक्त करते हुए कहा: तकफीरी टोलों ने धार्मिक जंग के बहाने और ला इलाहा इल्लल्लाह की आड़ में मुसलमान महिलाओं और पुरुषों का खून बहाया है।
उन्होंने कहा: हम इस सम्मेलन में उपस्थित होकर इस बात की घोषणा करते हैं कि हम अपनी पूरी ताक़त और क्षमता के साथ तकफीरियों का मुकाबला करेंगे और जो लोग “अल्लाह अकबर” के नारे के साथ इस्लामी मूल्यों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, हम उनका डटकर मुकाबला करेंगे और उनकी जड़ें काट देंगे।
अंत में ताजुद्दीन हेलाली ने इस बात की ओर इशारा करते हुए कि तकफीरी टोले सीरिया, इराक, लीबिया, यमन और अन्य इस्लामी देशों को नाबूद करने के लिए क्षेत्र में आये हैं, कहा: हमें एक वास्तविक अमन और शांति की जरूरत है और इस्लामी दुनिया के उल्मा वविद्वानों का यह कर्तव्य है कि अपने गठबंधन और सहमति के साथ तकफीरियों के मुक़ाबले के लिए उठ खड़े हों और उनकी गंदे विचारों को नाबूद कर दें।













