लेबनान के हिज़बुल्लाह संगठन ने मिस्र में नमाज़ के दौरान किये गए विस्फोट की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे वहाबी व तकफ़ीरी विचारधारा का परिणाम बताया है।
अलमनार के अनुसार हिज़बुल्लाह ने एक बयान जानी करके मिस्र में जुमे के दिन नमाज़ियों को लक्ष्य बनाकर उनकी हत्या करने की भर्त्सना की है। हिज़बुल्लाह का कहना है कि यह हमला, वहाबी व तकफीरी विचाराधारा का नतीजा है। हिज़बुल्लाह के अनुसार इस प्रकार के हमलों का उद्देश्य, इस्लामी देशों में अस्थिरता उत्पन्न करना है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को मिस्र के अलअरीश के "अर्रौज़ा" क्षेत्र में जुमे की नमाज़ के दौरान नमाज़ियों को लक्ष्य बनाकर मस्जिद के निकट विस्फोट पदार्थ रखा गया था जिसके विस्फोट होने और बाद में नमाज़ियों पर गोलीबारी के परिणाम स्वरूप कम से कम 235 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मस्जिद के बाहर चार वाहनों पर सवार सशस्त्र आतंकवादियों ने अपनी जान बचाकर भागने वाले नमाज़ियों पर फ़ाएरिंग की। इस घटना को मिस्र की अबतक की सबसे भयानक आतंकवादी घटना बताया जा रहा है।