ईरान की इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने नए हिजरी शम्सी साल की शुरुआत पर अपने एक संदेश में देशवासियों विशेष रूप से शहीदों के परिवारों, युद्ध के घायलों, तथा देश की वैज्ञानिक प्रगति के इंजन का काम करने वाले और आशाओं के स्रोत युवाओं को बधाई दी।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने सहर्ष व मधुर नौरोज़ तथा भलाई और बरकतों से संतृप्त साल की कामना करते हुए नए वर्ष को ईरानी उत्पाद के समर्थन का साल घोषित किया।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने बीते हिजरी शम्सी साल 1396 के उतार चढ़ाव और कटु व मधुर घटनाओं का मूल्यांकन करते हुए इसे ईरानी राष्ट्र की उपस्थिति, शक्ति और महानता के प्रकटीकरण का साल बताया। उन्होंने कहा कि इस साल के शुरू में देश के 40 मिलियन से अधिक लोगों ने राष्ट्रपति व काउंसिल चुनावों में बहुत शानदार, महान और आंखों को चकाचौंध कर देने वाली उपस्थिति दर्ज कराई तथा उपस्थिति क़ुद्स दिवस के जुलूसों, 30 दिसम्बर की रैलियों और सबसे बढ़कर 11 फ़रवरी के जुलूसों में जारी रही।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने इस साल के अंतिम महीनों में अंशाति फैलाने की दुशमनों की विफल योजनाओं और कोशिशों का हवाला देते हुए उपद्रव की घटनाओं के ख़िलाफ़ आज जन की रैलियों को सभी मैदानों में ईरान की महान, दूरदर्शितापूर्ण, विवेकपूर्ण तथा कामों के लिए तैयार रहने वाली जनता की स्थायी उपस्थिति का परिचायक बताया। इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि ईरानी राष्ट्र यहां तक कि वह लोग जिनकी आड़ में शत्रुओं ने उपद्रव फैलाने की कोशिश की उपद्रव फैलाने वालों के ख़िलाफ़ डट गए और इस घटना से ईरानी राष्ट्र की महानता को और भी स्पष्ट कर दिया।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई का कहना था कि बीते साल में इस्लामी गणतंत्र ईरान की एक और बड़ी उपलब्धि यह थी कि उसने क्षेत्रीय ख़तरों को अवसरों में बदल दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय ख़तरों का एक लक्ष्य ईरान पर वार करना था लेकिन इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था ने इन ख़तरों से देश को नुक़सान भी नहीं पहुंचने दिया बल्कि उन्हें अवसरों में बदल दिया।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनई ने बीते साले के नारे अर्थात प्रतिरोधक अर्थ व्यवस्था पैदावार व रोज़गार को व्यवहारिक बनाने के लिए की जाने वाली कोशिशों को भी इस साल की सार्थक और सकारात्मक घटनाओं में शुमार करते हुए कहा कि पैदावार और रोज़गार के लिए बड़े अच्छे काम अंजाम दिए गए और साल के नारे पर किसी हद तक हमल हुआ अलबत्ता अभी बहुत से काम बाक़ी हैं जिन्हें पूरा करने तक इस नारे पर काम जारी रखना चाहिए।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने नए साल में जनता और अधिकारियों के प्रयासों की दिशा और ख़ाका निर्धारित करते हुए कहा कि साल के लिए नारों के संदर्भ में मैं आम तौर पर देश के अधिकारियों को संबोधित करता रहा हूं लेकिन इस साल मैं अधिकारियों समेत पूरे राष्ट्र को संबोधित कर रहा हूं, सब को चाहिए कि भरपूर मेहनत और काम करें।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यदि घरेलू उत्पादन रफ़तार पकड़ ले तो आम जन की जीवनयापन की बहुत सी समस्याएं जैसे रोज़गार और निवेश की समस्याएं हल हो जाएंगी तथा सामाजिक विसंगतियों में भी कमी आएगी, इसी लिए मैंने नए साल का नाम और नारा ईरानी उत्पाद का समर्थन निर्धारित किया है।