मुस्लिम उम्माह को एक प्लेटफ़ार्म पर लाने के लिए आयतुल्लाह ख़ामेनई का फ़तवा बेनज़ीर है, सुन्नी नेता

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मुस्लिम उम्माह को एक प्लेटफ़ार्म पर लाने के लिए आयतुल्लाह ख़ामेनई का फ़तवा बेनज़ीर है, सुन्नी नेता

इराक़ के कुर्दिस्तान इलाक़े के एक वरिष्ठ सुन्नी नेता ने दुनिया भर के मुसलमानों के बीच एकजुटता के लिए ईरान के प्रयासों की सराहना की है।

कुर्द नेता सबाह बरज़नजी ने कहा है कि ईरान ने मुसलमानों के बीच, एकता उत्पन्न करने के लिए महत्वपूर्ण क़दम उठाए हैं और हम इस संबंध में ईरान के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई के फ़तवे की सराहना करते हैं।

बरज़नजी का कहना था कि मौजूदा समय में सुन्नी या शिया मुसलमानों के किसी धर्मगुरू ने मुसलमानों की एकता और शिया व सुन्नी मुसलमानों के बीच भाईचारे के लिए ऐसा महत्वपूर्ण क़दम नहीं उठाया है।

कुर्दिस्तान के वरिष्ठ सुन्नी नेता ने कहा कि मुस्लिम उम्माह को एक प्लेटफ़ार्म पर लाने के लिए इतना व्यापक दृष्टिकोण आज तक किसी ने नहीं अपनाया और सुन्नी मुसलमानों को आयतुल्लाह ख़ामेनई के प्रयासों का बढ़ चढ़कर स्वागत करना चाहिए।

सबाह बरज़नजी का कहना था कि ईरान के वरिष्ठ नेता ने पैग़म्बरे इस्लाम (स) की किसी भी पत्नी के अनादर को हराम बताकर मुसलमानों के समस्त समुदायों के बीच वास्तविक एकता उत्पन्न करने के लिए भूमि प्रशस्त कर दी है।

उन्होंने कहा कि आज ज़रूर इस बात की है कि समस्त मुसलमान धर्मगुरू ईरान के वरिष्ठ नेता के दृष्टिकोणों का अनुसरण करें।

इराक़ के वरिष्ठ सुन्नी नेता ने कहा कि अगर कोई मुसलमान, ईरान द्वारा मुसलमानों की एकता के लिए किए जा रहे प्रयासों की अनदेखी करे तो यह वास्तव में एक बड़ा अन्याय है।

बरज़नजी का कहना था कि जिस तरह से सुन्नी मुसलमानों का एक वर्ग साम्राज्यवादी शक्तियों के हाथों की कठपुतली बना हुआ है और वह मुसलमानों में एकता एवं एकजुटता के मार्ग में सबसे बड़ी रुकावट है, इसी तरह से शिया मुसलमानों के बीच भी एक वर्ग ऐसा है जिसे पश्चिमी शक्तियों का समर्थन हासिल है और वह सुन्नी समुदाय के धार्मिक प्रतीकों को निशाना बनाता है।

शिया-सुन्नी एकता के लिए इराक़ के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली सीस्तानी के प्रयासों की भी बरज़नजी ने प्रशंसा की और कहा कि आज उनके इन्ही प्रयासों से अखंड इराक़ का वजूद बाक़ी है और शिया व सुन्नी युवक एक साथ मिलकर दाइश के तत्वों का मुक़ाबला कर रहे हैं।

 

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