यमन ने रेड सी में एक बार फिर ब्रिटेन के एक युद्धपोत और इस्राईल के दो जहाज़ों को बैलिस्टिक मिसाइल से निशाना बनाया है।
यमन आर्मी के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल यहया सरी ने रविवार को बताया कि ब्रिटिश युद्धपोत डायमंड और ज़ायोनी शासन के दो जहाज़ों पर रेड सी में बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया गया है।
सरी का कहना था कि कार्यवाही का उद्देश्य, पीड़ित फ़िलिस्तीनियों की मदद करना और ग़ज़ा के केंद्र में स्थित शरणार्थी कैम्प अल-नुसैरात में फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार का जवाब देना था।
यमनी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ने आगे कहाः रेड सी में दो संयुक्त अभियानों के नतीजे में एक जहाज़ में आग लग गई और दूसरे जहाज़ को भी नुक़सान पहुंचा है।
उन्होंने कहाः इन दो जहाज़ों ने इस्राईल की बंदरगाहों पर प्रतिबंधों के आधिकारिक सर्कुलर और घोषणा का उल्लंघन किया था।
ब्रिगेडियर जनरल सरी ने उल्लेख किया कि इन दो ऑपरेशनों में यमनी नौसेना, मिसाइल यूनिट और यूएवी यूनिट ने मिसाइलों, बैलिस्टिक मिसाइलों और यूएवी का इस्तेमाल किया है।
उन्होंने कहा कि हम फ़िलिस्तीनियों को लेकर अपनी नैतिक और धार्मिक ज़िम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे और हमारा यह अभियान ग़ज़ा में पूर्ण रूप से इस्राईली हमलों के बंद होने और ग़ज़ा पट्टी की घेराबंदी ख़त्म होने तक जारी रहेगा।