ईरान ने ग़ैर क़ानूनी हल्के हथियारों के व्यापार से मुक़ाबले के कार्यक्रम का गम्भीर रूप से समर्थन किया

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ईरान ने ग़ैर क़ानूनी हल्के हथियारों के व्यापार से मुक़ाबले के कार्यक्रम का गम्भीर रूप से समर्थन किया

संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरान के स्थाई राजदूत ने एलान किया है कि ईरान राष्ट्रसंघ के उस कार्यक्रम का समर्थन करता है जिसके अंतर्गत क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग़ैर कानूनी हल्के हथियारों के व्यापार से मुक़ाबला करना है।

अमीर सईद ईरवानी ने छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार को रोकने और उससे मुक़ाबले के लिए निरस्त्रीकरण मामले से जुड़े राष्ट्रसंघ के दफ़्तर व टीम के प्रयासों की सराहना की है और बल देकर कहा है कि ईरान इस संबंध में एक सामूहिक संधि तक पहुंचने के लिए इस कांफ्रेन्स के अध्यक्ष और उनकी टीम का समर्थन करता है।

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार इरवानी ने कहा कि ईरान आतंकवाद की भेंट चढ़ने वाले देश के रूप में इस कार्यक्रम को अधिक महत्व देता है कि छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार से मुक़ाबला किया जाना चाहिये।

राष्ट्रसंघ में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राजदूत के एलान के अनुसार ईरान ने संबंधित राष्ट्रीय संगठनों व संस्थाओं के मध्य समन्वय और सुविधा के लिए ज़रूरी प्रस्ताव दिया है और छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों विशेषकर मादक पदार्थों की तस्करी से मुक़ाबले की दिशा में ध्यान योग्य कामयाबियां भी हासिल की हैं।

इरवानी ने इस संबंध में आयोजित कांफ्रेन्स में कहा कि तेहरान ने छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार को रोकने के लिए द्विपक्षीय, त्रिपक्षीय और क्षेत्र के कुछ देशों के साथ समझौते कर रखे हैं।

संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरानी राजदूत ने तेहरान के ख़िलाफ़ ग़ैर क़ानूनी प्रतिबंधों के कारण उत्पन्न कठिनाइयों व समस्याओं की ओर संकेत किया और कहा कि ईरान के लिए उत्पन्न की गयी सीमितताओं के कारण छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार से मुक़ाबले के लिए आवश्यक तकनीक तक तेहरान की पहुंच सीमित हो गयी है।

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