शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने यूजीसी-नेट को रद्द करने को लेकर केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या छात्रों के साथ 'परीक्षा पे चर्चा' का सत्र आयोजित किया जाएगा, जिन्हें फिर से परीक्षा देनी होगी।
इन दिनों देश में नीट में धांधली को लेकर विवाद चल रहा है। इसी बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यूजीसी-नेट को रद्द करने का आदेश दिया, क्योंकि उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है, और मामले की जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया।
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा खुद को बचाने के लिए उठाए गए कदम से लगभग नौ लाख छात्रों को नुकसान होगा। इन छात्रों के प्रयास और पैसे बर्बाद हो गए। इन छात्रों को अब जिन्हें फिर से परीक्षा देनी होगी। उन्होंने इस बात को लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि "इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है कि 'परीक्षा पे चर्चा' आयोजित करने वाले लोग बिना गड़बड़ी किए परीक्षा आयोजित नहीं कर सकते।"