इस्राईल के एक उच्च न्यायालय ने अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के पश्चिमी तट में स्थित एक गांव को ध्वस्त करने का आदेश जारी किया है।
ज़ायोनी अदालत के इस फ़ैसले के साथ ही लगभग 30 वर्षों से अपनी ही ज़मीन पर अधिकार के लिए लड़ रहे 340 परिवारों के पैरों के नीचे से ज़मीन और सिरों से छत का साया छीन लिया जाएगा।
ज़ायोनी शासन ने दक्षिणी हेब्रोन हिल्स इलाक़े के गांव सूसिया को गिराने का आदेश दिया था, जिसके ख़िलाफ़ गांव वालों ने ज़ायोनी अदालत का दरवाज़ा खटखटाया था, लेकिन अदालत ने भी उनकी अपील ठुकरा दी।
फ़िलिस्तीनी नागरिकों का कहना है कि इलाक़े पर ज़ायोनियों के क़ब्ज़े के बाद से उन्हें अपनी पैत्रिक भूमि पर किसी तरह के निर्माण की अनुमति नहीं थी और अब दस्तावेज़ पूरे न होने का बहाना बनाकर पूरे गांव के विध्वंस का आदेश दे दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि ज़ायोनी शासन ने इलाक़े में सैनिकों के प्रशिक्षण के लिए केन्द्र की स्थापना के उद्देश्य से 8 फ़िलिस्तीनी गांवों के विध्वंस का आदेश दिया है।