हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स).इबादती, सामाजिक और राजनीतिक सभी पहलुओं में एक आदर्श हैं और इबादत के पहलू में वे अल्लाह की मोहब्बत में पूरी तरह फना थीं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, हज़रत हुज्जतुल इस्लाम ज़हिददोस्त खुरमोज़ के इमामे जुमआ ने शनिवार की शाम गनखक गाँव की मस्जिद ए अमीरूल मोमिनीन अ.स.में शहीद खुशनाम ए दिफ़ा मुक़द्दस की उपस्थिति में फातमियून की एक बड़ी सभा को संबोधित किया।
इसमें कई अधिकारी और आम लोग शामिल थे। उन्होंने हज़रत सिद्दीक़ा ताहिरा स.ल.की फज़ीलत और मक़ाम पर आधारित कुछ रिवायतों का ज़िक्र करते हुए कहा,शहीद मुत्तहरी के अनुसार, किसी भी पूर्ण इंसान का आकलन उसके जीवन के तीन पहलुओं से किया जा सकता है, उसका अल्लाह के साथ संबंध, उसका लोगों के साथ संबंध, और उसका दुश्मनों के साथ संबंध।
उन्होंने आगे कहा,हज़रत फ़ातेमा ज़हेरा स.ल.व.इबादती, सामाजिक और राजनीतिक सभी पहलुओं में एक आदर्श हैं और इबादत के पहलू में वे अल्लाह की मोहब्बत में पूरी तरह फना थीं।
जाहिद्दोस्त ने कहा,फातिमा (स.ल.) न केवल परिवार में, बल्कि अपने बच्चों, पड़ोसियों और दुश्मनों के प्रति अपने व्यवहार में भी एक मुकम्मल मिसाल थीं उनकी दुश्मन विरोधी भूमिका भी अद्वितीय थी।
उन्होंने आगे कहा,इमाम खुमैनी रह.जो हज़रत ज़हरा स.ल. के बेटे और इंसाने कामिल का उदाहरण थे इबादत और बंदगी के उच्चतम स्तर पर थे।
वह तहज्जुद और रात की नमाज़ में फना रहते थे लेकिन साथ ही लोगों से गहरा प्रेम और मधुर संबंध रखते थे वह अमेरिका के खिलाफ दृढ़ता और साहस का प्रतीक थे।