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क्षेत्रीय संचार माध्यमों में शहीद रईसी के अंतिम संस्कार की कवरेज
पश्चिमी संचार माध्यमों में ईरान के शहीद राष्ट्रपति रईसी के अंतिम संस्कार का विस्तृत पैमाने पर कवरेज, ईरान के साथ संबंधों को सामान्य करने हेतु बहरैन का रुझान, ज़ायोनी अधिकारियों और संचार माध्यमों द्वारा फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध के मुक़ाबले में विफलता व नाकामी की स्वीकारोक्ति, समझौता करने के लिए अपील, प्रतिरोध द्वारा मिसाइल और ड्रोन से ग़ज़्ज़ा पट्टी में इस्राईली अपराधों का जवाब पिछले घंटों में पश्चिम एशिया के महत्वपूर्ण परिवर्तन व बदलाव हैं।
क्षेत्रीय संचार माध्यमों ने गुरूवार को इस्लामी गणतंत्र ईरान के शहीद राष्ट्रपति आयतुल्लाह सैयद इब्राहीम रईसी के अंतिम संस्कार के कार्यक्रमों को विस्तृत पैमाने पर पवित्र नगर मशहद से सीधा कवरेज दिया।
लेबनान के अलमनार टीवी चैनल ने इन कार्यक्रमों के सीधा प्रसारण के साथ एलान किया कि ईरान के विभिन्न क्षेत्रों से दसियों लाख ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति के दफ़्न समारोह में मशहद में मौजूद हैं। इसी प्रकार इस टीवी चैनल ने शहीद रईसी की विशेषता के बारे में लिखा कि वह जनसेवक, शहीद राष्ट्रपति, धार्मिक आलिम और सच्चे ज़ाहिद थे और इस्लामी जगत में उनकी जगह ख़ाली रहेगी।
लेबनान की "अलअहद" वेबसाइट ने भी "मशहद में शहीद रईसी के दफ़्न समारोह में दसियों लाख ईरानियों की उपस्थिति" की सुर्खी लगाई और इस कार्यक्रम को अपने मुख पृष्ट पर क़रार दिया और उसका सीधा कवरेज दिया।
सीरियाई न्यूज़ एजेन्सी ने भी अपनी रिपोर्ट में शहीद रईसी के दफ़्न समारोह में दसियों लाख ईरानियों की उपस्थिति की ओर संकेत किया।
ईरान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने में देरी का कोई कारण नहीं हैः बहरैन नरेश
इसी बीच समाचार एजेन्सी इस्ना ने रिपोर्ट दी है कि बहरैन नरेश ने गुरूवार को मॉस्को में बहरैन और ईरान के मध्य समस्याओं के दूर किये जाने की ओर संकेत किया और बहरैन द्वारा तेहरान के साथ संबंधों को दोबारा सामान्य किये जाने पर बल दिया।
हमद बिन ईसा आले ख़लीफ़ा ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन के साथ मुलाक़ात में कहा कि ईरान बहरैन के साथ संबंधों को सामान्य बनाये जाने का इच्छुक है और इस काम में देरी का कोई कारण नहीं है।
ज़ायोनी सरकार के पूर्व अधिकारी ने स्वीकार कियाः सेना में हमास को पराजित करने की ताक़त नहीं है।
मेहर न्यूज़ एजेन्सी ने भी ग़ज़्ज़ा पट्टी में होने वाले परिवर्तनों के संबंध में रिपोर्ट दी है कि जायोनी सेना में शिकायत विभाग के पूर्व ज़िम्मेदार मेजर इस्हाक़ ब्रेक ने स्वीकार किया है कि इस सरकार की सेना के अंदर फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास को पराजित करने की ताक़त नहीं है।
ज़ायोनी सरकार की "वाला" न्यूज़ एजेन्सी ने भी रिपोर्ट दी है कि जायोनी सरकार के सुरक्षा अधिकारी और इस सरकार की वार्ताकार टीम ने एक बैठक में स्वीकार किया है कि हर क़ीमत पर हमास के साथ समझौता किया जाना चाहिये यहां तक कि अगर उसके हालिया प्रस्ताव की समीक्षा क्यों न करनी पड़ी और उसे अधिक विशिष्टता क्यों न देनी पड़ी।
ज़ायोनी सरकार के युद्धोन्मादी मंत्रिमंडल के एक सदस्य बेनी गैन्ट्स ने गुरूवार की रात को सात अक्तूबर को मिलने की वाली पराजय की जांच कराने के लिए एक समिति के गठन की मांग की।
इराक़ी प्रतिरोध ने अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के ईलात और हैफ़ा बंदरगाहों पर ड्रोन से हमला किया
समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार इराक़ के इस्लामी प्रतिरोध ने शुक्रवार की सुबह को ग़ज्ज़ा में इस्राईल के अपराधों के जवाब में अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में हैफ़ा बंदरगाह पर ड्रोन से हमला किया।
इराक के इस्लामी प्रतिरोध ने एलान किया है कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी सरकार के ख़िलाफ़ दूसरे चरण की कार्यवाही को पूरा करने और ग़ज़्ज़ा पट्टी के लोगों के समर्थन के परिप्रेक्ष्य में इराक़ी मुजाहिदों व संघर्षकर्ताओं ने शुक्रवार की सुबह को अतिग्रहित हैफ़ा बंदरगाह को लक्ष्य बनाया।
इराक़ के इस्लामी प्रतिरोध ने गुरूवार की रात को भी ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी सरकार के अपराधों के जवाब में अतिग्रहित ईलात बंदरगाह में एक महत्वपूर्ण लक्ष्य को दो ड्रोनों से निशाना बनाया था।
लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह ने भी गुरूवार की रात को एलान किया कि उसने अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के उत्तर में स्थित यारून उपनगर में जायोनी सैनिकों के एकत्रित होने के स्थान को मिसाइल से लक्ष्य बनाया।
इस्राईल ने इंटरनेशनल कोर्ट का आदेश ठुकराया, रफह पर हमले और तेज़
ग़ज़्ज़ा में पिछले सात महीने से भी अधिक समय से क़त्ले आम कर रहा इस्राईल अब तक 36 हज़ार से अधिक लोगो की हत्या कर चुका है। संयुक्त राष्ट्र की बार बार अपील और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की निंदा के बावजूद इस्राईल फिलिस्तीनियों के क़त्ले आम से बाज़ नहीं आ रहा है। अब इंटरनेशनल कोर्ट ने इस्राईल को रफह पर तुरंत हमले रोकने का आदेश दिया है लेकिन ज़ायोनी शासन ने ICJ के फैसले के बाद रफह पर हमले तेज कर दिए हैं। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने शुक्रवार (24 मई) को ज़ायोनी शासन को आदेश दिया कि वह रफह में हमले को तुंरत रोके। बीबीसी के मुताबिक, साउथ अफ्रीका ने इस्राईल पर नरसंहार का आरोप लगाते हुए कोर्ट से जंग को रोकने की मांग की थी।
संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को इस्राईल को ग़ज़्ज़ा के दक्षिणी हिस्से में स्थित शहर रफह में अपने सैन्य अभियान को तुरंत रोकने का आदेश दिया। ज़ायोनी शासन का कहना है कि उसे हमास से खुद की रक्षा करने का अधिकार है और उसके द्वारा इस फैसले का पालन करने की संभावना नहीं है।
गृहमंत्री ने फिर साधा निशाना, मुस्लिमों का आरक्षण ख़त्म करेंगे
लोक सभा चुनाव के बीच केंद्र की सत्ता पर पिछले 10 साल से क़ाबिज़ भाजपा के स्टार प्रचारकों समेत प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सबके निशाने पर अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय है। बिहार में छठे चरण के मतदान से पहले प्रचार के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आरा में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे।
शाह ने कहा कि 5 चरण का चुनाव हो चुका है और हम लोग 5 चरण में 310 सीट प्राप्त कर चुके हैं। लालू और राहुल का सूपड़ा साफ हो गया है। बिहार में इस बार घमंडिया गठबंधन का खाता भी नहीं खुलने वाला है।
मुस्लिम समुदाय पर निशाना दश्ते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी, लालू यादव और ममता बनर्जी हमारे आरक्षण पर डाका डालना चाहते हैं जो मुस्लिम आरक्षण करना चाहते हैं, आप भारतीय जनता पार्टी को 400 पार करा दो हम यह मुस्लिम आरक्षण रद्द करके पिछड़ा अतिपिछड़ा को देने का काम करेंगे।
चीन की अमेरिका को चेतावनी, ताइवान की समुद्री सीमा में घुसे 46 सैन्य विमान
चीन और ताइवान के बीच जारी विवाद को अमेरिका लगातार हवा देने में लगा हुआ है। ताइवान के साथ विवाद के बीच अमेरिका के बयान पर प्रतिक्रिया देते चीन ने कहा है कि जो लोग 'ताइवान की स्वतंत्रता' में शामिल हैं, उनके लिए एक डेड एंड होगा और ताइवान की स्वतंत्रता के लिए समर्थन करने का उल्टा असर ही होगा।
बीजिंग ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और उसने इस पर नियंत्रण करने के लिए बल प्रयोग की धमकी दी है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि 46 चीनी सैन्य विमान शुक्रवार को ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा पार कर गये। चीन ने यह काम द्वीप के चारों ओर 'दंड' अभ्यास के दौरान की।
भाजपा सरकार ओबीसी से मुस्लिम कोटा खत्म करने को तैयार, योगी का ऐलान
लोकसभा चुनाव के बीच मुस्लिम समुदाय पर लगातार हमलावर भाजपा ने अब अपनी राज्य सरकारों के माध्यम से मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाना शुरू भी कर दिया है। इस दिशा में क़दम उठाते हुए भाजपा की राजस्थान सरकार ने ओबीसी से मुस्लिम कोटा खत्म करने के सिलसिले में कड़े क़दम उठाने की खबर दी है।
इस बार के लोकसभा चुनाव में ओबीसी कोटे के तहत मुस्लिमों को दिए गए आरक्षण के फैसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी मुखर नजर आ रही है। भाजपा के कई स्टार प्रचारक चुनावी रैलियों में ओबीसी कोटे से मुस्लिमों को आरक्षण देने के खिलाफ बयान दे चुके हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और राजस्थान की भजन लाल सरकार ने मुस्लिमों के ओबीसी आरक्षण को लेकर बड़ा फैसला किया है।
राजस्थान सरकार ओबीसी कोटे में मुस्लिमों की 14 जातियों को आरक्षण पर राज्य सरकार चार जून के बाद समीक्षा पर विचार कर सकती है वहीँ यूपी में योगी सरकार ओबीसी कोटे में मुसलमानों को दिए जा रहे आरक्षण की समीक्षा कर सकती है।
मॉस्को इस्लामिक सेंटर में शहीद आयतुल्लाह रईसी का शोक समारोह
अहले बैत समाचार एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के दिवंगत लोकप्रिय राष्ट्रपति सय्यद इब्राहीम रईसी की याद में मॉस्को इस्लामिक सेंटर में शोक समारोह आयोजित किया गया।
यमन ने लाल सागर और भूमध्य सागर में तीन जहाज़ों को निशाना बनाया
फिलिस्तीन के समर्थन में ज़ायोनी साम्राज्यवादी गठजोड़ के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करने वाले यमनी बलों के प्रवक्ता "याह्या सरीअ" ने अल-सबईन स्क्वायर पर लाखों लोगों के मार्च के दौरान लाल सागर, अरब और भूमध्य सागर में ज़ायोनी शासन से संबंधित तीन जहाजों के खिलाफ यमन सेना के तीन सैन्य अभियानों की खबर दी।
यमन सेना के बयान को पढ़ते हुए याह्या सरीअ ने कहा कि यमन की सशस्त्र सेना ने फिलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों के समर्थन के तहत संयुक्त राज्य अमेरिका और इंग्लैंड की आक्रामकता का जवाब देते हुए सय्यद अब्दुल मलिक बदरुद्दीन अल-हौसी के आदेश पर अमल करते हुए दुश्मन के तीन जहाजों के खिलाफ असाधारण ऑपरेशन किए।
पहले अभियान में यमनी सेना ने अरब सागर में ज़ायोनी जहाज "एमएससी एलेक्जेंड्रा" को कई बैलिस्टिक मिसाइलों से निशाना बनाया।
दूसरे अभियान में ग्रीक कंपनी "ईस्टर्न मेडिटेरेनियन मैरीटाइम" के "यानिस" जहाज को निशाना बनाया गया। इस जहाज़ को लाल सागर में उस वक़्त निशाना बनाया गया जब इस कंपनी के तीन जहाज़ों ने पहले भी मक़बूज़ा फिलिस्तीन के बंदरगाह तक माल आपूर्ति की।
तीसरे ऑपरेशन में भूमध्य सागर में ज़ायोनी जहाज़ "एसेक्स" (ESSEX) को बैलिस्टिक मिसाइलों से निशाना बनाया गया।
रूस की मदद के आरोप में ईरान पर ईयू ने लगाए प्रतिबंध
रूस और यूक्रेन संकट में यूक्रेन को भारी भरकम हथियार और सैन्य सहायता दे रहे यूरोपीय देशों ने रूस को ड्रोन देने के आरोप में ईरान पर कई प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
यूरोपियन संघ (ईयू) में शामिल देशों की सरकारें रूस को ड्रोन की आपूर्ति करने पर ईरान के रक्षा मंत्री मोहम्मद रजा आश्तियानी समेत नौ संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गई हैं। ईयू राजनयिक ने बताया कि ईयू की सरकारों के राजदूतों के बीच हुए समझौते कोरीपर को सोमवार को ईयू के विदेश मंत्रियों की बैठक में समर्थन के बाद सार्वजनिक किया जाएगा।
ईयू में शामिल देशों की सरकारें रूस को ड्रोन की आपूर्ति करने पर ईरान के रक्षा मंत्री मोहम्मद रजा आश्तियानी समेत नौ संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने पर सहमत हो गई हैं। पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस ईरान से मिलने वाले ड्रोन का उपयोग यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय में शहीद इब्राहिम रईसी की याद मनाई गई
इस्लामिक सहयोग संगठन के प्रतिनिधियों ने ईरानी राष्ट्रपति शहीद इब्राहिम रईसी और उनके सहयोगियों के सम्मान में एक सभा का आयोजन करके खेराजे हकीदत पेश किया।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक सहयोग संगठन के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में ईरानी राष्ट्रपति हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद इब्राहिम राईसी और ईरानी विदेश मंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए एक सभा का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राजदूत अली बहरैन ने कहा संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र में ईरानी राष्ट्रपति शहीद राईसी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्लामी मूल्यों की रक्षा की कुरआन को उठाया और उसके बचाव में एक शक्तिशाली भाषण दिया।
उन्होंने मुसलमानों के बीच वैश्विक एकता के लिए शहीद राईसी के प्रयासों की ओर भी इशारा किया और कहा ईरान के राष्ट्रपति और दिवंगत विदेश मंत्री दोनों ने इस्लामी गणतंत्र ईरान की विदेश नीतियों के अनुसार इस्लामी दुनिया की एकता को और मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की।
उन्होंने कहां,अमीर अब्दुल्लाहियन ने ईरान की सैद्धांतिक नीतियों का पालन करके इस्लामी गणतंत्र ईरान और इस्लामी देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के लिए हर संभव कोशिश की और इस मामले में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।
उन्होंने उत्पीड़ित फ़िलिस्तीनी लोगों के सभी अधिकारों को बहाल करने के लिए हर कूटनीतिक प्रयास किया फ़िलिस्तीन के दिवंगत मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन को फ़िलिस्तीन की मुक्ति के लिए मुजाहिद के रूप में पेश किए जाने का अधिकार है।
शहीद राष्ट्रपति रईसी की मुख्य विशेषता उनकी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा थी
ख़ुर्रमाबाद, ईरान के इमाम जुमा ने कहा:आयतुल्लाह रईसी और उनके साथियों की शहादत के शोक में इन कुछ दिनों में लाखों लोगों की भागीदारी उनकी अपनी ईमानदारी के कारण थी।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान के ख़ुर्रमाबाद के इमाम जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन शाहरखी ने आयतुल्लाह रईसी और उनके साथियों की शहादत के अवसर पर इमाम सादिक मस्जिद में लुरिस्तान प्रांत के छात्रों और रईसों के साथ एक बैठक की , उन्होंने कहा: ईरानी राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर दुर्घटना की खबर सुनने के बाद, उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए लुरिस्तान प्रांत में दुआ और क्षमा सभाएं आयोजित की गईं और उनकी शहादत की खबर के बाद, दुखी लोग खोर्रमाबाद में अल ग़दीर मस्जिद में एकत्र हुए। ख़ुर्रमाबाद मस्जिद की तरह, प्रांत के अन्य शहरों की मस्जिदें भी शोक मनाने वालों से भरी थीं।
सूरह तोबा आयत 119 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा: हर मुसलमान की इच्छा इस्लामी शिक्षाओं और धार्मिक ज्ञान से भरा समाज बनाने की है। एक ऐसा समाज जो इस्लामी जीवन शैली, न्याय, आध्यात्मिकता, नैतिकता और इस्लामी शासन व्यवस्था के साथ विकास और प्रगति से परिपूर्ण हो।
खुर्रमाबाद के इमाम जुमा ने कहा: इस्लामी जीवन शैली को नियंत्रित करने वाले बुनियादी सिद्धांतों में से एक ईमानदारी है और केवल एक ईमानदार व्यक्ति ही इस सिद्धांत को लागू कर सकता है।
उन्होंने कहा: शहीद राष्ट्रपति की मुख्य विशेषता उनकी ईमानदारी और सत्यनिष्ठा थी। इन शहीदों की शहादत से इस्लामी क्रांति के मजबूत वृक्ष को सींचा गया और ईश्वर ने चाहा तो यह इस्लामी व्यवस्था अपनी पूरी ताकत से अपने रास्ते पर चलती रहेगी।