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ईरान की राजधानी तेहरान में पैग़ंबरे इस्लाम की विलादत के अवसर पर देश विदेश खास कर इस्लामी देशों के प्रतिनिधि दलों की मौजूदगी में 35वीं इस्लामिक यूनिटी कांफ्रेंस का ओजन किया गया।

इस कांफ्रेंस में अपने संबोधन में ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पीजिश्कियान ने एकता की ज़रूरत पर बल देते हुए कहा कि अगर हमारे बीच इत्तेहाद और एकता नहीं है तो ऐसी नमाज़ से क्या हासिल ? नमाज़ का एक उद्देश्य यह भी है कि हम एकजुट रहें और दुश्मन हम पर अत्याचार करते हुए हमारे संसाधनों को न लूट सके।

उन्होंने कहा कि अगर हम खुद को रसूले इस्लाम का अनुयायी बताते हैं तो देखना होगा कि क्या हमारा आचरण भी उन्ही के समान है या नहीं। हम आज भी एक दूसरे के विरोधी और दुश्मन बने हुए हैं क्या यही इस्लाम और हमारा इमान है ?

 

अंजुमन ए शरई शियाने जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष आग़ा हसन मूसवी अलसफ़वी ने लेबनान में ग़ासिब इसराइल द्वारा किए गए बम धमाकों की कड़ी शब्दों में निंदा की है।

अंजुमन ए शरई शियाने जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष आग़ा हसन मूसवी अलसफ़वी ने लेबनान में ग़ासिब इसराइल द्वारा किए गए बम धमाकों की कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि यह एक यहूदी साज़िश है, जो हमेशा हमले के लिए मौके की तलाश में रहता हैं क्योंकि उनका मूल सिद्धांत ही आतंकवादी हमले करना है।

आगा हसन ने कहा कि जो भी फ़िलिस्तीन और ग़ाज़ा के समर्थन में बोलता है वह ग़ासिब यहूदियों की नज़रों में बड़ा दुश्मन होता है और आज लेबनान को भी इसी वजह से निशाना बनाया गया है।

जम्मू-कश्मीर अंजुमन-ए-शरई के अध्यक्ष ने कहा कि लेबनान में संचार उपकरण के माध्यम से किए गए धमाके, इसराइल और उसके समर्थकों द्वारा युद्ध नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का खुला उल्लंघन है जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।

उन्होंने शहीदों की मग़फिरत और मुक्ति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए भी दुआ की।

 फिलिस्तीनी सूत्रों ने कहा कि गाज़ा शहर के पूर्व में विस्थापित एक स्कूल पर इजरायली हमले में कम से कम आठ फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

फिलिस्तीनी सूत्रों ने कहा कि गाज़ा शहर के पूर्व में विस्थापित एक स्कूल पर इजरायली हमले में कम से कम आठ फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

समाचार एजेंसी ने फ़िलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि इज़रायली विमानों ने बुधवार को शुजैय्या पड़ोस में विस्थापित लोगों के आवास 'इब्न अल-हेथम' स्कूल पर बमबारी की है।

गाजा सिविल डिफेंस ने एक प्रेस बयान में कहा हमारी टीमों ने इजरायली हवाई हमले के परिणामस्वरूप पांच बच्चों और दो महिलाओं सहित आठ पीड़ितों के शव बरामद किए है।

स्थानीय सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हवाई हमले से स्कूल प्रांगण और कक्षाओं को काफी नुकसान हुआ है।

7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा के माध्यम से हमास के उत्पात का जवाब देने के लिए इजरायल गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमला कर रहा है जिसके दौरान लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 को बंधक बना लिया गया।

गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को एक बयान में कहा कि गाजा में चल रहे इजरायली हमलों से फिलीस्तीनी मरने वालों की संख्या बढ़कर 41,272 हो गई है।

 

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के अनुसार, सूडान में पांच साल से कम उम्र के अनुमानित 3.4 मिलियन बच्चों को घातक महामारी भुखमरी संबंधी बीमारियों का खतरा है।

सूडान में यूनिसेफ के प्रतिनिधि शेल्डन येट ने कहा कि देश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण हैजा, मलेरिया, डेंगू बुखार, खसरा और रूबेला जैसी बीमारियाँ "अधिक तेजी से फैल सकती हैं और प्रभावित राज्यों और उसके बाहर के बच्चों के लिए स्थिति गंभीर रूप से खराब हो सकती हैं।" मंगलवार को एक बयान में कहा गया।

उन्होंने कहा कि यह संकट टीकाकरण दरों में महत्वपूर्ण गिरावट और चल रहे आंतरिक संघर्ष के कारण स्वास्थ्य, पानी, स्वच्छता और स्वच्छता के बुनियादी ढांचे के विनाश से उत्पन्न हुआ है, उन्होंने कहा कि सूडान में कई बच्चों की बिगड़ती पोषण स्थिति उन्हें और भी अधिक जोखिम में डालती है।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि यूनिसेफ ने 9 सितंबर को सूडान को ओरल हैजा वैक्सीन की 4,04,000 खुराकें दीं है।

यूनिसेफ के अनुसार, सूडान में टीकाकरण कवरेज आंतरिक संघर्ष से पहले के 85 प्रतिशत से घटकर लगभग 50 प्रतिशत रह गया है।

इसमें कहा गया है कि संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में 70 प्रतिशत से अधिक अस्पताल काम नहीं कर रहे हैं और अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों को महीनों से भुगतान नहीं किया गया है।

अप्रैल 2023 में सूडानी सशस्त्र बलों और रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद से, हैजा, मलेरिया, खसरा और डेंगू बुखार जैसी महामारी संबंधी बीमारियाँ फैल गई हैं, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। संघर्ष के परिणामस्वरूप कम से कम 16,650 मौतें हुईं और लाखों लोग विस्थापित हुए।

 

 

 

 

 

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद शफक़त हुसैन शिराज़ी ने कहां,फिलिस्तीन की आज़ादी सभी मुसलमानों का एक धार्मिक और नैतिक कर्तव्य है और यह बात हमसे इस महत्वपूर्ण उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए एकजुट होने की मांग करती है।

मजलिस ए वहदत मुस्लिमीन पाकिस्तान के विदेश मामलों के सचिव डॉ. सैयद शफ़क़त हुसैन शिराज़ी ने 38वें इस्लामिक कॉन्फ्रेंस के 9वें वेबिनार में इसके महासचिव और वहदत सम्मेलन के अन्य प्रतिभागियों के प्रयासों पर श्रद्धांजलि अर्पित की उन्होंने उनसे कहा: फिलिस्तीन मुद्दा इस्लामी राष्ट्र के पवित्र मुद्दों में से एक है।

उन्होंने कहा,सबसे बड़े ज़ालिम और क़ाबिज़ यहूदी ताकत के मुकाबले में अकेले खड़े फिलिस्तीन के मज़लूम लोग सिर्फ अपनी क़ौम का मसला नहीं बल्कि पूरी इस्लामी उम्मत का मसला है।

एम डब्ल्यू एम के विदेश मामलों के सचिव ने कहा,फिलिस्तीनी क़ौम लंबे समय से इस्राइली ज़ुल्म, कब्ज़ा, क़त्ल और बेघर होने का सामना कर रही है लेकिन इसके बावजूद वह पीछे नहीं हट रही है।

उन्होंने कहा,फिलिस्तीनी प्रतिरोध और संघर्ष पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है और दुनिया भर के स्वतंत्र लोगों के लिए यह सम्मान और दृढ़ता का प्रतीक बन गया है।

एक बयान में, लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि ज़ायोनी शासन का अपराध, जिहाद के लिए प्रतिरोधकर्ता बलों के मज़बूत इरादों को दोगुना कर देगा। उनका कहना था कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन को इस अपराध के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

कल, मंगलवार, 17 सितम्बर, 2024 को ज़ायोनी शासन ने एक आतंकवादी कृत्य में और संभवतः पेजर निर्माण कंपनी के सहयोग से लेबनान में कई पेजर सिस्टम्ज़ को उड़ा दिया, जिसके परिणामस्वरूप कई लेबनानी शहीद और घायल हो गए।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फेरास अल-अबयज़ द्वारा घोषित आंकड़ों के अनुसार, इस अपराध के परिणामस्वरूप 11 लोग शहीद हो गए जबकि लेबनानी अस्पतालों में 3 हज़ार से अधिक घायल इलाज के लिए भर्ती हैं।

इस अपराध के बाद, लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़बुल्लाह ने एक बयान में इस बात पर जोर दिया कि ज़ायोनी शासन का अपराध, जिहाद के लिए प्रतिरोधकर्ता बलों के मज़बूत इरादों को दोगुना कर देगा। उनका कहना था कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी शासन को इस अपराध के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। हिजबुल्लाह ने इस बयान में कहा गया है: यह अपराध जिहाद की राह पर क़दम बढ़ाने के हमारे संकल्प को दोगुना कर देगा।

अल-अहद वेबसाइट ने यह भी घोषणा की कि लेबनान में हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह, क्षेत्र और इस देश के ताज़ा हालात के संबंध में स्थानीय समयानुसार कल शाम 5 बजे भाषण देंगे।

दूसरी ओर, लेबनानी संसद के स्पीकर नबीह बिर्री के नेतृत्व में अमल आंदोलन ने ज़ायोनी शासन को धमकी दी कि यह अपराध, लेबनानी जनता को इजराइली शासन की साज़िशों के ख़िलाफ़ विरोध करने और अपनी भूमि की रक्षा करने से कभी नहीं रोक सकेगा।

फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन (हमास) ने भी लेबनान में ज़ायोनी शासन के नए अपराध के बारे में कहा है कि : अमेरिका के संरक्षण में क्षेत्र के ख़िलाफ़ ज़ायोनी दुश्मन के व्यापक हमलों की परिधि में आतंकवादी ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है।

फ़िलिस्तीन मुक्ति आंदोलन ने भी घोषणा की है कि: लेबनान की संप्रभुता के ख़िलाफ यह भयानक अपराध, नेतन्याहू और उसके चरमपंथी मंत्रिमंडल के समर्थन से आगे बढ़ने और लड़ाई को उत्तरी मोर्चे (लेबनान के साथ) में स्थानांतरित करने के लिए डराने और धमकाने का ही सिलसिला है।

दूसरी ओर, फिलिस्तीन के जेहादे इस्लामी आंदोलन ने एक बयान में इजराइल की इस कार्रवाई की निंदा की और घोषणा की: दुश्मन का इस विकल्प का सहारा लेना, निराशा के उस स्तर और सीमित विकल्पों को दर्शाता है जो फ़िलिस्तीनी जनता का समर्थन करने वाले मोर्चे से मुक़ाबले में  इस शासन को हमलों के बाद मिले हैं।

लेबनान में ज़ायोनी शासन द्वारा इस बड़े आतंकवादी कृत्य के जवाब में, इराक़ी हिज़्बुल्लाह ने अपने बयान में कहा: लेबनानियों के ख़िलाफ़ अपराध ने प्रतिरोध का समर्थन करने वालों और इस्राईल से नाराज़ रहने वाले को एकजुट कर दिया है जबकि हमारे भाई और साथी हिज़्बुल्लाह और अधिक शक्तिशाली हो जाएंगे और हम उनके साथ अंतिम चरण तक यानी (ज़ायोनियों के खिलाफ लड़ाई) में जाने के लिए भी तैयार हैं।

लेबनान में पेजर्स के विस्फोट के संबंध में एक बयान में, इराक़ के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन नोजबा ने अरब देशों की स्वतंत्रता का पूरा समर्थन करते हुए, ज़ायोनियों, अमेरिकियों और उनके सहयोगियों का सामना करने में हिज़्बुल्लाह के समर्थन पर जोर दिया और कहा: ये आतंकवादी हमले, प्रतिरोध के जियालों के हौसलों को बुलंद करने का मात्र एक ज़रिया है।

यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन के आधिकारिक प्रवक्ता मुहम्मद अब्दुस्सलाम ने यह भी कहा: लेबनान के शक्तिशाली प्रतिरोध में इज़राइल को रोकने और लेबनान के ख़िलाफ़ तनाव फैलाने में किसी भी संभावित वृद्धि को रोकने की भी क्षमता पायी जाती है,  यह तेल अवीव को भारी क़ीमत चुकाने पर मजबूर कर देगा।

यमन के जमीअत उलेमा ने भी इस अपराध की निंदा की और कहा: ज़ायोनी शासन के हमले, अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए एक कायरतापूर्ण काम है।

इस संबंध में, लेबनान में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत जीनीन हेनिस प्लास्चार्ट, मिस्र के विदेशमंत्री बद्र अहमद अब्दुल आती, इराक़ के प्रधान मंत्री मुहम्मद शीयाअ अल-सुदानी, सीरिया के विदेश मंत्रालय, यमन की परिवर्तन और निर्माण सरकार के प्रवक्ता हाशिम शरफ़ुद्दीन, जॉर्डन के उप प्रधानमंत्री और विदेशमंत्री अयमन अल-सफ़दी ने लेबनान में नागरिकों के खिलाफ इजराइल के हमलों की कड़ी निंदा की है।

उत्तर पश्चिमी राज्य कडुना में अलग अलग आतंकवाद विरोधी छापों के दौरान नाइजीरियाई सैनिकों द्वारा कम से कम 6 आतंकवादीयों तो मार गिराया और 20 बंधकों को बचाया गया।

उत्तर पश्चिमी राज्य कडुना में अलग अलग आतंकवाद विरोधी छापों के दौरान नाइजीरियाई सैनिकों द्वारा कम से कम 6 आतंकवादीयों तो मार गिराया और 20 बंधकों को बचाया गया।

कडुना में आंतरिक सुरक्षा और गृह मामलों के आयुक्त सैमुअल अरुवान के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि मंगलवार को "सफल अभियान" को अंजाम देने के लिए सैनिकों ने बिरनिन ग्वारी और गिवा स्थानीय सरकारी क्षेत्र में कुछ आतंकवादीयों के छिपे होने के संदेह में घनी झाड़ियों की तलाशी ली।

उन्होंने कहा कि बलों ने आतंकवादीयों के पास से दो एके-47 राइफलें, तीन मोटरसाइकिलें, तीन मैगजीन और एक रेडियो बरामद किया है।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सैनिकों ने क्वागा के आसपास आतंकवादीयों को देखा, और पीछा करने के बाद बलों ने उनमें से दो को मार गिराया।

ऑपरेशन से पहले सेना द्वारा विश्वसनीय खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए, अधिकारी ने कहा कि एक स्थान पर विशेष निकासी छापेमारी की गई थी और दूसरे स्थान पर डाकुओं के वापसी मार्ग पर घात लगाकर हमला किया गया था।

उन्होंने कहा कि अपहरण के बचाए गए पीड़ितों को उनके परिवारों से दोबारा मिलवाया गया है।

 

 

 

 

दिल्ली के शास्त्री पार्क क्षेत्र में मौजूद जैन मंदिर में भड़काऊ भाषण के मामले ने टूल पकड़ लिया जिसके स्थानीय लोगों खास कर मुस्लिम समुदाय ने पुलिस स्टेशन का घेराव कर लिया।

कहा जा रहा है कि इस इलाके में जैन मंदिर के अंदर विकास उर्फ बंटी ने एक खास समुदाय को लेकर भड़काऊ भाषण दिया गया। जिसके विरोध में सैकड़ों की तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शास्त्री पार्क इलाके के थाने का घेराव कर लिया और अपराधी पर कार्रवाई की मांग की।

घंटो चले विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने विकास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और इसके बाद लोग शांत होकर अपने घर लौटे. प्रदर्शन में स्थानीय आम आदमी पार्टी के मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान, कांग्रेस के पूर्व विधायक चौधरी मतीन अहमद और पूर्व मनोनीत पार्षद हसीबुल हसन भी शामिल हुए

 

एक बार फिर दुनिया भर में कोरोना का संकट भय फैला है। कोरोना वायरस का नया वेरिएंट XEC अमेरिका समेत 27 देशों में खौफ फैला रहा है। जून में जर्मनी में पाए गए XEC वेरिएंट के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक आने वाले कुछ हफ्तों या महीनों में यह वेरिएंट कोरोना वायरस की नई लहर पैदा कर सकता है।

स्क्रिप्स रिसर्च के आउटब्रेक डॉट इन्फो पेज पर 5 सितंबर को दी गई जानकारी के मुताबिक अमेरिका के 12 राज्यों और 15 देशों में इस वेरिएंट के 95 मरीज पाए गए हैं।

ऑस्ट्रेलिया के डाटा इंटिग्रेशन स्पेशलिस्ट माइक हनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी दी है कि यूरोप, नॉर्थ अमेरिका और एशिया के करीब 27 देशों में इस नए वेरिएंट के 100 से ज्यादा मरीजों की पहचान की जा चुकी है।

एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और एक्स सोशल नेटवर्क एक्टिविस्ट ने लेबनान में पेजर्स के विस्फोट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा: पश्चिमी कंपनियों के उत्पादों का इस्तेमाल आपके, आपके परिवारों और आपके आस-पास के लोगों के ख़िलाफ़ हथियार के रूप में किया जा सकता है।

मंगलवार शाम को मीडिया ने लेबनान के कई इलाकों में कई कम्युनिकेशन सिस्टम्स में विस्फोट की ख़बर दी थी। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के एलान के अनुसार, इस आतंकवादी कार्रवाई में 2750 लोग घायल हुए और 11 लोग शहीद हुए।

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और एक्स सोशल नेटवर्क के एक यूज़र सैयद मुहम्मद मरंदी ने लिखा: सभी पश्चिमी, ताइवानी, कोरियाई और जापानी कंपनियां जो अपनी आपूर्ति श्रृंखला के साथ इलेक्ट्रॉनिक सामान या बैटरी का उत्पादन करती हैं, पूरी तरह से अविश्वसनीय हैं।

उनके उत्पाद आपके, आपके परिवार और आपके आस-पास के लोगों के खिलाफ हथियार बन सकते हैं, उनका सामान मत खरीदो।