रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बाइडन के हालिया फैसले के खिलाफ कड़ा क़दम उठाते हुए ऐसे क़ानून को मंज़ूरी दी है जो यूरोप के लिए मुसीबत बन सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में यूक्रेन को रूस के खिलाफ अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल के लिए फ्री हैंड दिया था, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो पुतिन जवाब में जो क़दम उठाएंगे वह बहुत खतरनाक होगा।
पुतिन ने नियम पास किया है कि अगर रूस की धरती पर अमेरिकी मिसाइल गिरी, या मिसाइल हमले के साथ-साथ ड्रोन या दूसरे एयरक्राफ्ट के माध्यम से भी अटैक हुआ और यह हमला किसी गठबंधन के सदस्य देश की ओर से होता है तो मॉस्को इस आक्रमण को पूरे गठबंधन की ओर से किया गया हमला मानेगा। यानी अगर अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल रूस के खिलाफ होता है तो रूस इसके लिए पूरे NATO गठबंधन को जिम्मेदार मानेगा।
रूस के इस नए न्यूक्लियर सिद्धांत के अनुसार, अगर किसी न्यूक्लियर ताकत वाले देश की मदद से रूस की जमीन पर कन्वेंशनल मिसाइल हमला होता है तो वह ऐसी स्थिति में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए स्वतंत्र होगा।