ग़ज़्ज़ा इस्राईल की हैवानियत की कहानी बयान कर रहा है। सीज़ फायर के बीच भी ज़ायोनी सेना के बर्बर हमले और मलबे के बीच से निकलते शव और कंकाल फिलिस्तीन की मज़लूमी की मुंह बोलती तस्वीर हैं।
सीज़फायर के बाद घर पलटते पीड़ितों को अपने घरों के मलबे के नीचे से ज़ायोनी सेना की बमबारी में मारे गए फिलिस्तीनियों की लाशें मिल रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बीते 2 दिनों में 120 गल चुकी लाशें बरामद की गई हैं।
एक नागरिक सुरक्षा कार्यकर्ता ने एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए कहा, "पिछले दो दिनों में हमने 120 सड़ी-गली लाशें बरामद की हैं। वे पूरी तरह सड़ चुकी हैं और उनमें केवल कंकाल के अवशेष बचे हैं। इन लाशों का मिलना अवैध राष्ट्र इस्राईल के जरिए ग़ज़्ज़ा की नागरिक आबादी पर ढाए गए तबाही के पैमाने के उजागर करती हैं।