ज़ायोनी सरकार यह दावा करती है कि वह दुनिया के यहूदियों के लिए सुरक्षा की आपूर्ति करती है।
इस दावे से वह यहूदियों को अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन की ओर पलायन करने के लिए आकर्षित करने का प्रयास करती है परंतु फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास ने "तूफ़ाने अक़्सा" ऑप्रेशन में ज़ायोनी सरकार को जो आघात पहुंचाया है उससे इस अतिग्रहणकारी सरकार में मौजूद शून्य स्पष्ट हो गया है और यहूदियों को अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन की ओर आकर्षित व पलायन करने के लिए ज़ायोनी सरकार के पास जो लोकलुभावन नारा व बहाना था उस पर पानी फ़िर गया है।
अज़्ज़ैतूने अध्ययन केन्द्र ने ज़ायोनी सरकार को "तूफ़ाने अक़्सा" ऑप्रेशन में मिलने वाली स्ट्रैटेजिक पराजय के संबंध में अपनी एक रिपोर्ट में लिखा कि "तूफ़ाने अक़्सा" ऑप्रेशन में ज़ायोनी सरकार की पराजय इस धारणा के समाप्त होने का कारण बनी है कि ज़ायोनी सरकार युद्ध के परिणामों को अपने हित में कर लेगी।
इर्ना के हवाले से बताया है कि "तूफ़ाने अक़्सा" ऑप्रेशन ने इस धारणा को समाप्त कर दिया है कि "फ़िलिस्तीन यहूदियों की सुरक्षित शरण स्थली" है।
ज़ायोनियों की दृष्टि से सुरक्षा मौलिक व बुनियादी चीज़ है और ज़ायोनी सरकार यह दावा करती है कि वह दुनिया के यहूदियों की सुरक्षा की आपूर्ति करती है इस दावे से वह दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के यहूदियों को अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन पलायन के लिए प्रोत्साहित करती है परंतु तूफ़ाने अक्सा ने इस अतिग्रहणकारी सरकार को जो आघात पहुंचाया है उससे यहूदियों को अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन की ओर आकर्षित व पलायन करने के लिए ज़ायोनी सरकार के पास जो लोकलुभावन नारा व बहाना था उस पर पानी फ़िर गया है। यही नहीं अवैध अधिकृत की ओर यहूदियों का पलायन तो बहुत दूर की बात बल्कि जो यहूदी व ज़ायोनी अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में रह रहे हैं वे भी वहां से जाने की सोच रहे हैं।
अज़्ज़ैतूने अध्ययन केन्द्र की रिपोर्ट में आया है कि फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध के मुक़ाबले में इस्राईल की पराजय क्षेत्र में अमेरिका और पश्चिम की योजना को लागू करने में ज़ायोनी सरकार की भूमिका के समाप्त होने का कारण बनी है और दूसरी ओर अरब देशों के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की योजना पर भी पानी फ़िर गया है और ज़ायोनी सरकार का भयावह व वास्तविक चेहरा इस बात का कारण बना है कि ज़ायोनी सरकार से संबंधों को सामान्य बनाने वाले शासक अपने झुकाव को रोक लें।
तूफ़ाने अक़्सा कार्यवाही ने ज़ायोनी सरकार के अस्तित्व को असमंजस में डाल दिया है। इसी वजह से ज़ायोनी सरकार के पूर्व युद्धमंत्री Yoav Gallant सहित दूसरे यहूदियों ने इस जंग को इस्राईल के अस्तित्व की जंग का नाम दिया था परंतु दूसरी ओर तूफ़ाने अक़्सा की जो महान उपलब्धियां हैं वे फ़िलिस्तीन को आज़ाद कराने हेतु इस्लामी और अरब राष्ट्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी गयी हैं और बहुत से लोग ज़ायोनी सरकार के खोखलेपन से अवगत हो गये हैं।
अध्ययन केन्द्र अज़्ज़ैतूने ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि तूफ़ाने अक़्सा कार्यवाही ने फ़िलिस्तीनियों, अरबों और इस्लामी राष्ट्रों के जनमत में एक बार फ़िर इस धारणा को जीवित कर दिया कि प्राथमिकता किस बात की होनी चाहिये। इसी प्रकार तूफ़ाने अक़्सा ने इस धारणा को मज़बूत व प्रबल बना दिया कि अतिग्रहणकारियों के मुक़ाबले में सशस्त्र प्रतिरोध वैध व सही है और इस कार्यवाही ने यह साबित कर दिया कि वह फ़िलिस्तीनी जनता की आकांक्षों को पूरा करने का प्रभावी और कारगर हथियार व साधन है।
साथ ही ज़ायोनी सरकार ग़ज़ा पट्टी पर पाश्चिक हमलों और निर्दोष फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ अनगिनत जघन्य अपराधों के कारण पूरी दुनिया में एक घृणित सरकार बन गयी है और साथ ही दुनिया के राष्ट्रों विशेषकर पश्चिमी छात्रों व जवानों के मध्य फ़िलिस्तीनी जनता के प्रति समर्थन में ध्यानयोग्य वृद्धि हो गयी है।