ईरान के यात्री विमान पर अमरीकी हमले और अमरीका की ओर से प्रयोजित आतंकवादी कार्यवाही की बरसी के अवसर पर ईरान के विदेशमंत्रालय ने एक बयान जारी करके इस हमले को अतंरराष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन और अमरीका द्वारा आतंकवाद का एक नमूना बताया है।
विदेशमंत्रालय ने ईरान के एयरबस यात्री विमान पर तीन जूलाई वर्ष 1988 में अमरीकी युद्धपोत से दो राकेट फायर किये जाने और इस आतंकवादी कार्यवाही में 12 वर्ष की आयु से 66 बच्चों सहित 290 यात्रियों की मौत की बरसी के अवसर पर अपने एक बयान में इस हमले को सरकारी आतंकवाद का नमूना बताते हुए कहा कि अमरीका का यह अपराध कभी भुलाया नहीं जाएगा।
विदेशमंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इस हमले से अमरीका की ओर से मानवाधिकारों की रक्षा के दावे की पोल भी खुल गयी।
याद रहे ईरान एयर के यात्री विमान की फ्लाइट नंबर 655 ने 3 जूलाई वर्ष 1988 को ईरान के बंदर अब्बास नगर से दुबई के लिए उड़ान भरी थी किंतु फार्स की खाड़ी में तैनात अमरीकी युद्धपोत यूएसएस वेन्सन्स ने उसे मार गिराया और इस हमले में विमान में सवार सभी 290 लोग मारे गये जिनमें 46 विदेशी और 66 बच्चे भी शामिल थे।
अमरीकी सरकार ने 61.8 मिलयन डालर हमले का शिकार होने वालों के परिजनों और इसी प्रकार 70 मिलयन डालर, यात्री विमान के तबाह होने के लिए अदा किये थे किंतु इस हमले के लिए अमरीका ने माफी मांगने से इन्कार कर दिया और हमले करने वाले अमरीकी नौसेना के कप्तान विलयम राजर्स को, वीरता का तमग़ा भी दिया गया।