
رضوی
हज़रत फातिमा ज़हेरा.के किरदार और अमल की पैरवी में ही निजात
मौलाना सैयद ज़ाहिद हुसैन रिज़वी ने कहा कि हज़रत सैयदा फातिमा ज़हरा स.ल.का जीवन पूरी इंसानियत के लिए एक बेहतरीन नमूना है उनके किरदार और अमल की पैरवी करते हुए इंसान अपनी दुनिया और आख़िरत दोनों को संवार सकता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़,में मजलिस ए ख़म्सा का आयोजन आय्यामे फातेमिया कि मुनासिबत से बारगाह-ए-हुसैनी, ज़हरा बाग़ में आयोजित की गई।
यह कार्यक्रम आय्यामे फातेमिया कमेटी मोमिनीन-ए-हिंद की ओर से अकीदत और एहतराम के साथ आयोजित कि गई इन मजलिसों से हाजी मौलाना सैयद ज़ाहिद हुसैन रिज़वी लखनवी ने खिताब किया।
मजलिस का आग़ाज़ तिलावत-ए-क़ुरान-ए-पाक से हुआ इसके बाद हर रोज़ अलग अलग शायरों ने बारगाह ए सैय्यदा फ़ातिमा ज़हरा स.ल. में नज़्र-ए-अक़ीदत पेश की और सोज़ख़्वानी की गई।
मौलाना सैयद ज़ाहिद हुसैन रिज़वी ने अपने खिताब में हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स.ल. बिन्ते हज़रत मोहम्मद मुस्तफा स की जिंदगी के अलग-अलग पहलुओं पर रौशनी डाली उन्होंने उनकी विलादत, तरबियत, ईसमत, निज़ाम-ए-अमल, पर्दा, जिहाद, उमूर-ए-ख़ानदारी, शादीशुदा ज़िंदगी, इबादत, अल्लाह के नज़दीक उनकी इज़्ज़त, और उनकी फज़ीलत और अजमत को बयान किया।आयत-ए-तथ्हीर," "आयत-ए-ज़ुलक़र्बा," और उनकी सब्र, ईसार और इबादत पर रोशनी डाली।
हज़रत फातिमा ज़हेरा स.ल.के किरदार और अमल की पैरवी में ही निजात है
मौलाना ने बाग़े फ़दक पर दावे उसके सबूत, हिबा की तस्दीक और खिलाफ़त के दरबार में बेटी-ए-रसूल स.ल. की पेशी जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने मामले-ए-फदक में क़ुरान और हदीस की अहमियत और रसूल स के अहकामात पर ध्यान दिलाया साथ ही उन्होंने सैय्यदा के खुत्बा-ए-फ़दक और उसकी मसलहत पर तफ्सील से बात की।
उन्होंने कहा कि सैय्यदा फ़ातिमा स.ल.की 18 साल की ज़िंदगी इंसानियत के लिए एक नमूना-ए-अमल" है। वे अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली अ.ल. की शरीक हयात और हसनैन करीमैन की वालिदा थीं उन्होंने रसूल-ए-क़ायनात स.ल. के विसाल के कुछ ही दिनों बाद शहादत पाई।
मौलाना सैयद ज़ाहिद रिज़वी ने अंत: में हज़रत फ़ातिमा स.ल. के मसयब बयान किया इस मौके पर मौजूद मोमनिन की आंखों से आंसू निकल पड़े
वेस्ट बैंक में इजरायली हमले में तीन और फिलीस्तीनी शहीद
जेनिन में कबातीया शहर के पास इसराइली सैनिकों ने तीन और फिलिस्तीनियों को शहीद कर दिया।
एक रिपोर्ट के अनुसार,जेनिन में कबातीया शहर के पास इसराइली सैनिकों ने तीन और फिलिस्तीनियों को शहीद कर दिया।
रामल्ला स्थित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में कहा,हमें नागरिक मामलों के जनरल अथॉरिटी द्वारा सूचित किया गया कि कबातिया के पास इजरायली बलों की गोलियों से तीन युवक शहीद हो गए।
मंत्रालय ने पीड़ितों की पहचान 24 वर्षीय राएद हनैशेह, 25 वर्षीय अनवर सबानेह और 32 वर्षीय सुलेमान तज़ाज़ा के रूप में की है।
जेनिन के गवर्नर कमाल अबू अलरब ने बताया कि इजरायली सेना ने जेनिन के दक्षिण में कबातिया शहर के तीन लोगों को घर को घेरने के बाद हत्या कर दी, जहां वे छिपे हुए थे और उनके शवों को कब्जे में ले लिया गया हैं।
फ़िलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि इज़रायली सेना ने कई वाहनों और बुलडोज़रों के साथ शहर और शिविर पर हमला किया शहर की मुख्य सड़कों और शिविर के कुछ इलाकों को नष्ट कर दिया हैं।
वादा ए सादिक़ 3 पर अमल किया जाएगा
ऐक्सीपीडेंसी काउंसिल के एक सदस्य ने कहा कि ईरान युद्ध को विस्तार देने का इच्छुक नही है बल्कि वह अपना दिफाअ करेगा, इजरायली शासन को चेताया कि वादा ए सादक़िक 3 पर अमल किया जाएगा।
ऐक्सीपीडेंसी काउंसिल के सदस्य मोहसिन रजाई ने बीती रात कमांडरो, पूर्व सैनिको और शोहदा के परिवार की उपस्थिति मे दिफाअ मुक़द्दस मे आईआरजीसी के तोपखाने की भूमिका विषय पर एक बैठक मे कहाः सामेनुल आइम्मा नाम का अक्टूबर 1981 का पहला सफल आपरेशन था। जो दिसम्बर 1981 मे बारूद कम होने के कारण बंद करना पडा़।
ऐक्सीपीडेंसी काउंसिल के सदस्य ने पश्चिमी ऐशिया की स्थिति का ज़िक्र करते हुए कहाः यह युद्ध इस्लामी जगत के खिलाफ़ आतंकवाद के स्तर का युद्ध है और इसके महवर अमेरिका, इस्राईल और इंग्लैंड है जोकि एक बड़ी योजना की तलाश मे है।
अंत मे मोहसिन रज़ाई ने कहा ईरान युद्ध का विस्तार करने का प्रयास नही कर रहा है, लेकिन वह अपनी प्रतिरक्षा करेगा, और इजरायली शासन को चेताया कि वादा ए सादिक 3 पर अमल किया जाएगा।
यूपी में उपचुनाव के दौरान मुस्लिम वोटरों को रोकने की कोशिश
योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद शुरू हुई परंपरा जारी, मीरापुर में एसएचओ ने मुस्लिम महिलाओं पर पिस्टल तान कर रोकने की कोशिश की, अन्य क्षेत्रों में, पुलिस अधिकारियों ने बैरियर लगाकर अवैध रूप से मुस्लिम मतदाताओं के आईडी कार्ड की जाँच की। अखिलेश यादव ने रेप का वीडियो शेयर किया, चुनाव आयोग को 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करना पड़ा।
उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को हुए उपचुनाव के दौरान मुस्लिम इलाकों में मतदाताओं को वोट देने से रोकने की शिकायत सामने आई, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के मेरापु विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों मतदान केंद्रों पर आपातकाल की स्थिति बनी रही। पुलिस का आरोप है कि दंगों के बीच मतदाताओं ने उन पर पथराव किया, वहीं एक वीडियो सामने आया है जिसमें एस एच ओ वोट देने जा रही मुस्लिम महिलाओं पर पिस्तौल तानकर उन्हें वापस जाने के लिए कह रहे हैं। अन्य जगहों पर पुलिस द्वारा बैरियर लगाने और मुस्लिम मतदाताओं के पहचान पत्रों की जांच करने की शिकायतें मिली हैं। पुलिस वोटर आईडी कार्ड की जांच करने के लिए अधिकृत नहीं है। नियमों के उल्लंघन और वीडियो जारी होने के बाद चुनाव आयोग को मीरांपुर विधानसभा क्षेत्र के 2 दारुगा समेत 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित करना पड़ा।
उत्तर प्रदेश में सुबह मतदान शुरू होने के बाद से ही पुलिस और प्रशासन द्वारा मुस्लिम इलाकों में मतदाताओं को रोकने की शिकायतें आईं, कई जगहों पर दंगे हुए। इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से भी की गई, जिसके बाद चुनाव आयोग ने कुछ मामलों में कार्रवाई भी की। इस हंगामे के साथ शाम 5 बजे तक सभी 9 सीटों पर कुल 49.3% वोटिंग हुई। मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर की मीरांपुर सीटों पर सबसे ज्यादा क्रमश: 57.7 और 57.1 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे कम मतदान गाजियाबाद सदर में हुआ, जहां सिर्फ 33.3 फीसदी वोट पड़े।
सभी विधानसभा क्षेत्रों के मुस्लिम इलाकों में पुलिस व प्रशासन की कड़ी निगरानी रही। चुनाव आयोग से अनुमति न मिलने के बावजूद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मुस्लिम इलाकों में बैरियर लगाकर अवैध रूप से पर्दानशीं महिलाओं के पहचान पत्रों की जांच की, जिसके कारण मीरापुर, कंदारकी और सेसिमाओ के मुस्लिम इलाकों में दंगे भड़क उठे। इससे मीरापुर में अफरा-तफरी मच गई। इस बीच अफरा-तफरी मच गई, गुस्साई भीड़ ककरौली मतदान केंद्र पर जमा हो गई और पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगी, पुलिस ने भीड़ पर पथराव का आरोप लगाया और लाठीचार्ज किया. इसी बीच ककरोली के SHO राजीव शर्मा ने पिस्तौल निकालकर महिलाओं पर तान दी और उन्हें धमकाया, 'यहां से तुरंत भाग जाओ वरना गोली मार दूंगा।' क्या आपको गोली चलाने की इजाजत है?'' जवाब में थाने के एसओ ने कहा, ''तुरंत घर में घुस जाओ। मेरे पास गोली चलाने की इजाजत है।'' वीडियो वायरल हो गया और सपा प्रमुख अखिलेश ने ट्वीट किया बाद में चुनाव आयोग को कार्रवाई करनी पड़ी और उक्त थानेदार को निलंबित कर दिया गया।
मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के ककरोली, गांव सीकरी, जोली समेत दर्जनों मतदान केंद्रों पर लोगों ने पुलिस पर मतदान में बाधा डालने का आरोप लगाया और कहा कि मुसलमानों को वोट देने से रोका जा रहा है। स्थानीय निवासी मोहम्मद अखलाक ने बताया कि काकरोली में वोट देने जा रहे मुसलमानों को धमकाकर रोका जा रहा है। पुलिस लोगों को मार रही थी। हमें परेशान किया जा रहा था, लेकिन कोई हमारी बात नहीं सुन रहा था।'' समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार संबल राणा ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर मतदान में बाधा डालने का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की।
मतदाताओं को वोट देने से रोकने की शिकायतों के बाद समाजवादी पार्टी ने सबूत के तौर पर चुनाव आयोग को कई वीडियो उपलब्ध कराए, जिसके आधार पर मुख्य चुनाव अधिकारी नवदीप रणवा ने 7 पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की और उन्हें निलंबित कर दिया। आयोग ने कानपुर की सीसा मेयो के वीडियो का संज्ञान लेते हुए वहां तैनात 2 उपनिरीक्षकों, मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के 2 निरीक्षकों और मुरादाबाद के पुलिस कप्तान ने कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में तैनात 1 उपनिरीक्षक और 2 सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के दौरान कुछ वर्ग के लोगों को वोट देने से रोकने की जानकारी आयोग को मिली थी, जिस पर अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी कर शिकायतों पर संज्ञान लेने को कहा गया है।
बेरूत पर हमले का जवाब तेल अवीव को निशाना बनाकर दिया जाएगा
हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव शेख नाइम कासिम ने एक बयान में स्पष्ट किया कि अगर इज़राइल ने बेरूत या लेबनान के अन्य हिस्सों पर हमला किया, तो इसका जवाब तेल अवीव को निशाना बनाकर दिया जाएगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, हिज़्बुल्लाह लेबनान के प्रमुख शेख नाइम कासिम ने इस बात पर जोर दिया है कि इज़राइली आक्रामकता के जवाब में तेल अवीव को निशाना बनाया जाएगा।
उन्होंने शहीद सैयद हसन नसरल्लाह, सैयद हाशिम सफीउद्दीन, सरदार कासिम सुलेमानी, और मोहम्मद अफीफ अनाबलसी सहित सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शेख नाइम कासिम ने कहा,शहीद मोहम्मद अफीफ अलनाबलसी ने हिज़्बुल्लाह के मीडिया विभाग का नेतृत्व करते हुए दुश्मन की साजिशों को उजागर करने प्रतिरोध की सफलताओं को दिखाने और दुश्मन द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बेरूत पर हमले का जवाब इज़राइली राजधानी को निशाना बनाकर दिया जाएगा।
शेख नाइम कासिम ने हिज़्बुल्लाह के शहीदों के बलिदानों की सराहना करते हुए कहा,
हमें यमन, इराक, और इस्लामी गणराज्य ईरान के साथ मिलकर फिलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों के अधिकारों का समर्थन करने पर गर्व है।
जबकि दुनिया केवल 45,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की शहादत घायल होने और बेघर होने को देख रही है।
उन्होंने आगे कहा कि दो महीने तक चलने वाले इस युद्ध में लेबनान के प्रतिरोध ने अद्वितीय दृढ़ता का प्रदर्शन किया है, जिसके परिणामस्वरूप अब तक 100 से अधिक इज़राइली मारे गए हैं और एक हज़ार से ज़्यादा घायल हुए हैं।
शेख नाइम कासिम ने कहा कि इज़राइल ने ज़मीनी हमले के दूसरे चरण की शुरुआत की है और कुछ गांवों पर कब्जा करने की कोशिश की है, लेकिन हिज़्बुल्लाह हर उस जगह दुश्मन से लड़ाई करेगा जहां वह आगे बढ़ने की कोशिश करेगा भले ही प्रतिरोध एक संगठित सेना न हो।
उन्होंने शहीद सैयद हाशिम सफीउद्दीन की सेवाओं को याद करते हुए कहा,वह प्रतिरोध के मार्गदर्शक थे और हिज़्बुल्लाह की कार्यकारी परिषद में उनकी सेवाओं को हमेशा याद किया जाएगा।
पाकिस्तान सेना पर आत्मघाती हमला,12 सैनिकों समेत 6 आतंकियों की मौत
पाकिस्तान मे एक बार फिर सेना को निशान बना कर किए गए हमले मे 12 सैनिकों की मौत हो गई है । कार बम धमाके के माध्यम से हुए इस हमले के बाद हुई मुठभेड़ मे 6 आतंकवादी भी मारे गए हैं ।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में रात को सेना की एक पोस्ट पर आत्मघाती हमला हुआ है। इस हमले में 12 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई है। वहीं 6 आतंकी भी मारे गए है। आतंकी एक गाड़ी में सवार होकर चेक पोस्ट पर हमला करने पहुंचे थे।
पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग ने जानकारी देते हुए बताया कि आतंकी हमले को नाकाम कर दिया गया। हालांकि आतंकियों ने चेक पोस्ट की दीवार में गाड़ी टकराते हुए उसमें रखे विस्फोटक में ब्लास्ट कर दिया। ब्लास्ट की चपेट में आने से 12 सैनिक मारे गए। वहीं जवाबी कार्रवाई में सेना ने 6 आतंकियों को भी मार गिराया।
हमले के बाद सेना ने इलाके में कर्फ्यू लागू कर दिया है। तलाशी अभियान जारी है।
गोलान हाइट्स के करीब तैनात होंगे रूस के सैनिक, ज़ायोनी सेना की मुश्किल बढ़ी
फिलिस्तीन, लेबनान समेत सीरिया मे सभी अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए हमले करने वाली ज़ायोनी सेना केलिए सीरिया से बुरी खबर आ रही है । मक़बूज़ा फिलिस्तीन की सीमा पर रूस ने अपनी सेना तैनात करने का फैसला किया है। सीरिया के इलाके में रूस ने अपना सैन्य बेस बना लिया है। यह सैन्य बेस ऐसे इलाके में है जो प्रॉक्सी संगठनों का सबसे बड़ा टारगेट है। दावा किया जा रहा है कि सैन्य बेस के बहाने रूस इस इलाके में प्रॉक्सी संगठनों को हथियार के साथ संरक्षण भी देगा। दरअसल, ज़ायोनी ऑपरेशन के दौरान रूसी सैनिक हमले की चपेट में आए तो पुतिन के लिए पलटवार करने का मौका होगा। यह बेहद संवेदनशील और विवादित इलाका है, जिसे गोलन हाइट्स कहते हैं। यहां एक अतिक्रमणकारी ज़ायोनी सेना तैनात है, तो दूसरी तरफ सीरिया में प्रॉक्सी संगठनों के कई ठिकाने हैं। सीरिया अपने गोलन हाइट्स को वापस लेना चाहता है, लेकिन अवैध राष्ट्र इस इलाके में अपनी 30 से अधिक बस्तियां बसा चुका है। अब इसी इलाके के करीब रूस की सेना की तैनाती बढ़ाई गई है।
किशोर लड़कियों को कौन से कोर्स करने चाहिए?
बीए, बीकॉम या बीएससी में पढ़ाई के साथ-साथ कुछ कोर्स भी करने चाहिए ताकि किशोर लड़कियों को किसी भी क्षेत्र में करियर बनाने में दिक्कत न हो। अनगिनत करियर विकल्पों के इस युग में, ऐसे कई पाठ्यक्रम हैं जिनके माध्यम से किशोर लड़कियां अपने कौशल को निखार सकती हैं।
किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है। बीए, बीकॉम या बीएससी में पढ़ाई के साथ-साथ कुछ कोर्स भी करने चाहिए ताकि छात्र को किसी भी क्षेत्र में करियर बनाने में दिक्कत न हो। यह लेख कुछ पाठ्यक्रमों पर चर्चा करता है जो किशोर लड़कियों के लिए उपयोगी हो सकते हैं:
चित्रकारी और कला
इस क्षेत्र में किशोरियों को अपनी कलात्मक कुशलता आजमाने का मौका मिल सकता है। अधिकांश किशोर लड़कियाँ चित्रकारी में अच्छी होती हैं। वे इस कोर्स को करके अपने कौशल में सुधार कर सकते हैं। आप इसमें एक साल का डिप्लोमा कर सकते हैं। इस प्रकार के कई कोर्स छोटी अवधि के लिए भी होते हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार इनमें से किसी एक को चुन सकते हैं।
विदेशी भाषा सीखें
विशेषज्ञों का कहना है कि हर किसी को एक से अधिक भाषाएं सीखनी चाहिए। वर्तमान युग उन्नत युग है। मातृभाषा के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा में भी महारत हासिल करना बहुत जरूरी हो गया है। खासकर छात्रों के लिए. यदि किशोर लड़कियां किसी विदेशी कंपनी में अपनी किस्मत आजमाना चाहती हैं, तो उन्हें एक विदेशी भाषा सीखनी चाहिए, चाहे वह फ्रेंच, जर्मन, कोरियाई, जापानी, चीनी या स्पेनिश हो। जान लें कि इंजीनियर की डिग्री हासिल करने के बाद विदेशी भाषा सीखने के कारण आपको अलग-अलग कंपनियों में नौकरी मिल सकती है और आप शानदार भविष्य और अच्छे पैकेज की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। साथ ही, निजी कोचिंग या ऑनलाइन विदेशी भाषा सीखकर भी अच्छी आय अर्जित की जा सकती है।
योग कोर्स
योग आपको सक्रिय और स्वस्थ रखने में मदद करता है। इस क्षेत्र में महारत हासिल कर आप अच्छा करियर बना सकते हैं। आज के युग में युवा लोग डिप्रेशन जैसी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। इस बीमारी से छुटकारा पाने में योग कारगर है। योग प्रशिक्षक बनकर आप युवाओं को आज की चुनौतियों के साथ उनके निजी जीवन को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं। आप योग को ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरह से सीख सकते हैं। आप इसका एडवांस कोर्स भी कर सकते हैं।
कोडिंग
कोडिंग किशोरों के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार की दुनिया के द्वार खोलती है। समस्या समाधान कौशल विकसित करता है। आज के डिजिटल युग में, कई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म कोडिंग पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
कैलकुलस कोर्सेस
यह पाठ्यक्रम आपको अपनी शैक्षणिक चुनौतियों के लिए तैयार करने में मदद कर सकता है और साथ ही आपको अपना समय प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना भी सिखा सकता है। आप अपने पाठ्यक्रम, ग्रेड स्तर या सीखने के स्तर के आधार पर विभिन्न कैलकुलस पाठ्यक्रम ऑनलाइन पा सकते हैं।
बजट बनाने की महारत
जीवन में पैसा सबसे महत्वपूर्ण चीज नहीं है लेकिन यह जीवनशैली को आरामदायक बनाने में मदद जरूर करता है। बजट बनाना एक कौशल है जो आपको पैसे को महत्व देने, बुद्धिमानी से खर्च करने और भविष्य के लिए योजना बनाने में मदद करता है।
कूकिंग कोर्सेस
भोजन मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। आप अलग-अलग नए व्यंजन बनाना सीखकर कुकिंग क्लास शुरू कर सकते हैं। आजकल किचन क्लाउड का भी चलन है, आप इससे अच्छी इनकम कमा सकते हैं।
बुनियादी चिकित्सा सहायता महारत
यह कोर्स बहुत कारगर हो सकता है. इस कोर्स के जरिए आप अपने साथ-साथ अपने परिवार का भी ख्याल रख सकते हैं। इसके अलावा, वे बुनियादी चिकित्सा जानकारी के माध्यम से दूसरों को भी लाभान्वित कर सकते हैं।
ओर्गनाईज़ेशन के हुनर
इस पाठ्यक्रम के माध्यम से आप समय का प्रभावी ढंग से उपयोग करना, योजना बनाना, लक्ष्य निर्धारित करना, संसाधनों का उपयोग करना आदि सीख सकते हैं। अगर आप किसी कॉर्पोरेट कंपनी से जुड़ना चाहते हैं तो यह कोर्स आपके लिए उपयोगी हो सकता है। यह आपके कौशल को बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
लीडरशिप कुवालिटी
लड़कियों में उत्कृष्ट टीम वर्क और नेतृत्व कौशल होना चाहिए ताकि वे भविष्य में घर और विदेश की दोहरी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से संभाल सकें।
इन कोर्सेज के माध्यम से किशोरियां विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर बना सकती हैं।
ईरान की इल्मी तरक्की,युवाओं पर विश्वास से डिजिटल सफलताएं हासिल करें
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अब्बासी ने कहा, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक प्रगति के लिए यह आवश्यक है कि देश में डिजिटल अवसंरचना को मजबूत किया जाए और समाज, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को वैचारिक आक्रमणों से सुरक्षित रखा जाए।
एक रिपोर्ट के अनुसार,जामिया अलमुस्तफा अलआलमिया के संरक्षक हुज्जतल इस्लाम वल मुस्लिमीन अब्बासी ने क़ुम में हौज़ा-ए-इल्मिया के संरक्षक आयतुल्लाह आराफी और नेशनल वर्चुअल स्पेस सेंटर के प्रमुख डॉ. आग़ा मीरी की उपस्थिति में साइबर स्पेस एक्टिविस्ट काउंसिल के सदस्यों के साथ आयोजित बैठक में कहा,आज के दौर में जनता के विचार और सोच का अधिकांश हिस्सा डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बनता है और इन्हीं के माध्यम से बदला भी जाता है।
उन्होंने आगे कहा,अल्हमदुलिल्लाह ईरान ने वैज्ञानिक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है हमें अपनी आंतरिक क्षमताओं और युवाओं पर भरोसा करके डिजिटल क्षेत्र में भी बेहतर परिणाम प्राप्त करने चाहिए।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अब्बासी ने कहा,
वैज्ञानिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में प्रगति के लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रावधान एक बुनियादी आवश्यकता है ताकि समाज विशेष रूप से युवाओं को बौद्धिक हमलों से बचाया जा सके।
उन्होंने पश्चिमी देशों की डिजिटल क्षेत्र में प्रगति का जिक्र करते हुए कहा,पश्चिमी दुनिया ने डिजिटल स्पेस की अहमियत को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में काफी तरक्की की है और अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर मजबूत पकड़ बनाई हुई है।
जामिया अलमुस्तफा के प्रमुख ने आगे कहा,
दुर्भाग्यवश, वैश्विक स्तर पर हम अभी भी वांछित इंफ्रास्ट्रक्चर और जरूरी प्लेटफॉर्म्स के विकास में पीछे हैं।
इस्लामी क्रांति का वैश्विक प्रभाव दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है लेकिन दुश्मन इस क्षेत्र में सक्रिय हैं और जन विचारों के नेतृत्व पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए बाधाएं खड़ी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा,डिजिटल क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और विकास के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए ताकि इस्लाम विरोधी तत्वों की साजिशों को विफल किया जा सके।
इस्राईल ने घुटने टेके, एक-एक बंधक के बदले की 8-8 करोड़ की पेशकश
ग़ज़्ज़ा में एक साल से भी अधिक समय से क़त्लेआम मचा कर भी इस्राईल अपने किसी उद्देश्य मे सफल नहीं हो सका है। ग़ज़्ज़ा को बमबारी से तबाह करने के बाद भी ज़ायोनी सेना एक भी बंधक को हमास के हाथों से मुक्त नहीं करा सकी।
अब ग़ज़्ज़ा के दौरे पर पहुंचे ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजराइल कोट्स के साथ गाजा का दौरा किया। जहां उन्होंने बंधकों की रिहाई के बदले फिलिस्तीनियों को वित्तीय पुरस्कार और क्षेत्र से बाहर निकलने का ऐलान किया है।
बेंजामिन नेतन्याहू ने हर बंधक के लिए 5 मिलियन डॉलर (करीब 38 करोड़ रुपये) का इनाम देने का वादा किया है। ज़ायोनी नेता ने कहा "मैं उन लोगों से भी कहता हूं जो इन हालात से बाहर निकलना चाहते हैं, जो कोई भी हमें बंधक लाकर देगा, उसके परिवार को सुरक्षित बाहर निकलने का रास्ता दिया जाएगा। हम हर बंधक के लिए 5 मिलियन डॉलर का इनाम देंगे।