न्यायिक संस्थाओं में हिजाब पर पाबंदी के बोस्निया और हर्ज़ेगोविना की सुप्रीम न्यायिक परिषद के निर्णय के ख़िलाफ़ देश भर में प्रदर्शन हुए हैं।
सोमवार को हिजाब अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित प्रदर्शनों में प्रदर्शनकारियों ने हाथों में ऐसे प्लेकॉर्ड उठा रखे थे, जिन पर लिखा हुआ था, मेरा हिजाब मेरा गर्व है, मेरा हिजाब मेरा अधिकार है और हिजाब छीनना मेरी पहचान छीन लेना है।
बोस्निया और हर्ज़ेगोविना की महिला संगठन की प्रमुख उज़रा हसन बेगोविच ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, हिजाब पहनना महिलाओं का क़ानूनी अधिकार और मानवाधिकारों का आधार है।
बेगोविच का कहना था कि देश में महिलाएं अपनी पसंद का लिबास पहनने के लिए आज़ाद हैं, इसलिए हिजाब पर पाबंदी का कोई अर्थ नहीं है।
उनका कहना था कि हिजाब पर सरकारी संस्था में धार्मिक आयोजन बताकर पाबंदी लगाना, बिल्कुल ग़लत और अतार्किक है।
बोस्निया और हर्ज़ेगोविना की सांसद सलमा बेगोविच ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के दौरान कहा, वास्तव में हिजाब पर पाबंदी अभिव्यक्ति पर पाबंदी है।