
رضوی
ग़ज़ा की जनता के लिए इटली के लोगों का भरपूर समर्थन
फ़िलिस्तीन की मज़लूम जनता के लिए इटली का समर्थन, इतालवी सरकार के क़र्ज़ के बारे में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की चेतावनी, फ़िलिस्तीन का समर्थन करने की वजह से फ़्रांस की एक मस्जिद के इमाम को नौकरी से निकालना, फ़्रांस की एक अदालत में तीन सीरियाई अधिकारियों को आजीवन कारावास की सज़ा और एक ईरानी कवि की कविताओं के अनुवाद का प्रकाशन, पिछले कुछ घंटों में इन दो यूरोपीय देशों की कुछ चुनिंदा ख़बरों में रहा है।
फ़िलिस्तीनी जनता के लिए इटली का समर्थन
ईरान की यंग जर्नलिस्ट्स क्लब की समाचार एजेंसी के अनुसार, इटली के पूर्व सांसद "स्टेफ़ानो अपुज़ो" ने "ग़ज़ा में नरसंहार बंद करो" और अपनी बालकनी में फ़िलिस्तीनी झंडा लगाकर मज़लूम फ़िलिस्तीनी जनता के लिए अपने समर्थन का एलान किया।
इटली की एक अभिनेत्री "यास्मीन ट्रिंका" ने फ्रांस में 77वें कान्स फ़िल्म फ़ेस्टिवल में अपने कॉलर पर फ़िलिस्तीनी झंडे वाला ब्रोच पहनकर फ़िलिस्तीनी जनता से अपने समर्थन और एकजुटता का एलान किया।
वेटिकन में शहीद रईसी को श्रद्धांजलि
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार ईरान में हेलीकाप्टर दुर्घटना और इस दुर्घटना की वजह से ईरानी राष्ट्रपति और उनके साथियों को श्रद्धांजलि पेश करने के लिए वेटिकन में ईरानी दूतावास के अल-मेहदी इस्लामी सेंटर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इटली में आयोजित इस कार्यक्रम में ईरान के राजदूत मुहम्मद रज़ा सबूरी ने कहा: ईरान के स्वर्गीय राष्ट्रपति सैयद रईसी और विदेशमंत्री "हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान, राष्ट्रपति पद और विदेश नीति के कार्यकारी प्रबंधक के रूप में, सर्वोच्च नेता के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सम्मान, दूरदर्शिता, मसलेहत और समझबूझ के सिद्धांतों पर चलते रहे इस्लामी, जेहादी और राष्ट्रीय संप्रभुता को मज़बूती प्रदान करते हुए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस्लामी गणतंत्र ईरान की पोज़ीशन में सुधार करने और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विकसित करने में सक्षम रहे।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इटली सरकार के कर्ज़ पर चेतावनी दी
तस्नीम समाचार एजेंसी के मुताबिक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इटली सरकार के क़र्ज़ को लेकर चेतावनी दी है।
इस बयान में इस देश की सरकार के कर्ज़ों से निपटने के लिए त्वरित और निर्णायक वित्तीय सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का अनुमान है कि 2024 में इटली का सार्वजनिक ऋण सकल घरेलू उत्पाद का 140 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा।
फ़िलिस्तीन का समर्थन करने पर फ़्रांस में एक मस्जिद के इमाम को निकाल दिया गया
इक़ना समाचार एजेन्सी के अनुसार, फ्रांसीसी अधिकारियों ने इस्राईल का समर्थन करने के लिए बोर्डो शहर की अल-फ़ारूक़ मस्जिद के इमाम अब्दुलर्रहमान रिज़वान को निकाल दिया है।
इमामे जुमा पर लगाए गए आरोपों में फ़िलिस्तीनी जनता का समर्थन करना और तथाकथित इस्राईल विरोधी कार्यवाहियों में शामिल होना है।
फ्रांस की एक अदालत से तीन सीरियाई अधिकारियों को उम्रक़ैद की सज़ा
एएफ़पी के मुताबिक, पेरिस की एक अदालत ने शुक्रवार को तीन सीरियाई अधिकारियों को उम्रक़ैद की सजा सुनाई।
इस अदालत ने सीरियाई बास पार्टी के राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग के पूर्व प्रमुख अली ममलूक, वायु सेना खुफिया कार्यालय के पूर्व प्रमुख जमील हसन और वायु सेना के वरिष्ठ ख़ुफ़िया अधिकारी अब्दुल सलाम महमूद पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया है।
क्षेत्र में आतंकवादी गुटों और उपद्रवियों का मुक़ाबला करने में सीरियाई सेना की सफलताओं के बाद पेरिस और उसके पश्चिमी घटकों ने दमिश्क़ पर दबाव बढ़ाने के प्रयास तेज़ कर दिए हैं।
फ़्रांस में "मोहम्मद शम्स लैंगरूदी" की कविताओं का प्रकाशन
इस्ना के अनुसार, समकालीन ईरानी कवि "मोहम्मद शम्स लंगरूदी" की कविताओं के दीवान का फ्रांसीसी अनुवाद फ्रांस में प्रकाशित हुआ था।
इस दीवान में आया है: "शम्स लंगरूदी" समकालीन ईरानी साहित्य की सबसे महत्वपूर्ण हस्तियों में हैं।
उनका जन्म कैस्पियन सागर के किनारे स्थित एक शहर में हुआ था और वर्तमान समय में वे तेहरान में रहते हैं। अब तक उनकी कविताओं और शेरों के 22 दीवान, दो उपन्यास और कई शोध पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
ईरान के राष्ट्रपति की याद में शोक सभा व कैंडल मार्च का आयोजन
उत्तर प्रदेश के जिला बहराइच में ईरान के राष्ट्रपति आयतुल्लाह सय्यद इब्राहीम रईसी और उनके साथियों की शहादत पर मौलाना सैयद शमशी राज़ा साहब क़िबला के नेतृत्व में मजलिस आयोजित की गई और मजलिस के बाद कैंडल मार्च भी निकाला गया।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , उत्तर प्रदेश, 25 मई 2024 को मस्जिद ए इमामिया अकबरपुरा, बहराइच में ईरान में हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए अयातुल्लाह इब्राहिम रईसी (र) विदेश मंत्री अमीर अबदुल्लाहियान व उनके साथ शहीद हुए दीगर साथियों की याद में शोक सभा (ताज़ियती जलसा) व मजलिस ए अज़ा का आयोजन किया गया जिसे मौलाना सैयद शमशी राज़ा साहब क़िबला ने ख़िताब किया
इसके इलावा शहर के दीगर दानिश्वर हज़रात ने भी इस सभा को संबोधित किया जिसमे श्री सग़ीर आबिद रिज़वी, श्री शफ़ात अली, श्री मोहम्मद शफ़ीक़ बाग़बान, श्री हसन अब्बास, श्री अली जाँबाज़, श्री मज़हर सईद व श्री नौशाद अली ने शोहादा की ज़िन्दगी पर रोशनी डाली और उनको याद किया इस सभा का संचालन श्री फ़ौक बहराइची ने किया।
इस दुर्घटना पर २१ मई को भारत में १ दिवसइये शोक दिवस मनाया गया जिसके बाद भारत के महामहिम उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनगड़ जी ने ईरान की यात्रा करके शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस जलसे के बाद कैंडल मार्च भी निकाला गया जिसे शहर के प्रसिद्ध सुमय्या मॉल के सामने समाप्त किया गया हम इस दुख की घड़ी में अपने दोस्त मुल्क ईरान के साथ खड़े है।
आंदोलन के समर्थन में ईरान की रणनीति लोगों के बदलाव से प्रभावित नहीं होगी
ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर ने फ़िलिस्तीनी लोगों के प्रतिरोध और अविभाज्य अधिकार के समर्थन को ईरान के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की प्राथमिकताओं में से एक बताया और स्पष्ट किया कि विशेष रूप से इस्लामी गणतंत्र ईरान की मूल रणनीति फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध समूहों का व्यावहारिक समर्थन, ईरानी सरकार है। अधिकारियों के परिवर्तन से यह प्रभावित नहीं होगा।
फिलिस्तीन के इस्लामिक जिहाद मूवमेंट के महासचिव ज़ियाद नखला ने ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति के साथ टेलीफोन पर बातचीत में शहीद राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की शहादत पर ईरान की सरकार और लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मोहम्मद मोखबर, शनिवार की शाम।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इस नुकसान की गंभीरता के बावजूद, इस्लामी गणतंत्र ईरान सक्षम नेताओं, अधिकारियों और क्रांतिकारी विचारों वाले ईरानी लोगों के आशीर्वाद से इन कठिनाइयों पर काबू पा लेगा।
फिलिस्तीन के इस्लामिक जिहाद आंदोलन के महासचिव ने कहा कि शहीद रायसी और शहीद अमीर अब्दुल्लाहियां हमेशा ईरानी राष्ट्र के हितों की रक्षा और प्रतिरोध आंदोलन का समर्थन करने में लगे हुए थे।
ज़ियाद नखला ने मोहम्मद मोखबर के नेतृत्व कौशल की प्रशंसा की और उन्हें एक शक्तिशाली व्यक्तित्व बताया जो वर्तमान स्थिति में ईरान के शहीद राष्ट्रपति की बहुमूल्य भूमिका की कमी को पूरा करने में सक्षम है।
मोहम्मद मोखबर ने ईरान की सरकार और लोगों के साथ फिलिस्तीन के इस्लामिक जिहाद आंदोलन के महासचिव की सहानुभूति की सराहना की, फिलिस्तीनी लोगों के प्रतिरोध और अपरिहार्य अधिकार के लिए अपना गंभीर समर्थन जारी रखने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया और स्पष्ट किया कि आंदोलन का मूल प्रतिरोध, विशेष रूप से फिलिस्तीनी प्रतिरोध समूहों का समर्थन करने में ईरान के इस्लामी गणराज्य की रणनीति, लोगों के परिवर्तन से प्रभावित नहीं होगी।
अंतरिम राष्ट्रपति ने प्रतिरोध की रणनीति को ज़ायोनी शासन के अपराधों और आक्रामकता से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका बताया और कहा कि ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस प्रतिरोध आंदोलन के परिणामों में से एक है जिसने अमेरिका और ज़ायोनी शासन के आधिपत्य को तोड़ दिया।
अली इस्लामिक मिशन टोरंटो कनाडा में शहीदों की याद में शोक सभा
अली इस्लामिक मिशन टोरंटो कनाडा ने ईरानी राष्ट्रपति आयतुल्लाह सैय्यद इब्राहिम रईसी और उनके साथियों की दुखद शहादत के अवसर पर एक शोक सभा का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में विश्वासियों ने भाग लिया।
अली इस्लामिक मिशन टोरंटो कनाडा के तहत ईरानी राष्ट्रपति अयातुल्ला सैय्यद इब्राहिम रायसी और उनके साथियों की दुखद शहादत के अवसर पर एक शोक सभा आयोजित की गई, जिसमें बड़ी संख्या में विश्वासियों ने भाग लिया
विवरण के अनुसार, इस्लामी गणतंत्र ईरान में जो दर्दनाक त्रासदी हुई और जिसके परिणामस्वरूप देश के राष्ट्रपति हज़रत आयतुल्लाह इब्राहिम रईसी और उनके साथ आयतुल्लाह अली अल हाशिम और डॉ. अमीर हुसैन अब्दुल्लाहियन और श्री मलिक रहमती सहित कई दूसरे लोगो का हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था और उन सभी का निधन हो गया था, अली इस्लामिक मिशन टोरंटो कनाडा ने तुरंत इस संबंध में एक शोक सभा बुलाई।
शोक सन्दर्भ में भाग लेने वाले विद्वानों ने कहा कि इस खबर से न केवल ईरान राज्य के लिए बहुत दुख और सदमा पहुंचा, बल्कि दुनिया भर में मुहम्मद (सल्ल.) के चाहने वालों को भी बड़ा झटका लगा।
कनाडा में आयोजित शोक सभा की अध्यक्षता अली इस्लामिक मिशन हुजतौल इस्लाम के प्रमुख सैयद अहमद रजा हुसैनी ने की, जिसमें बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने हिस्सा लिया और शहीद राष्ट्रपति और उनके साथियों के लिए फातिहा पढ़ा गया.
शोक संदर्भ में, सर्वोच्च नेता के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए प्रार्थना की गई और समय के इमाम के प्रति संवेदना व्यक्त की गई, अल्लाह उन्हें आशीर्वाद दे और उन्हें, सर्वोच्च नेता और शहीदों के परिवार को शांति प्रदान करे।
अमीर अब्दुल्लाहियान कूटनीतिक क्षेत्र में एक बहादुर और निडर व्यक्ति थे
ईरान में यमन के राजदूत ने शहीद अमीर अब्दुल्लाहियान की याद में आयोजित समारोह मे कहा: शहीद अब्दुल्लाहियान ने कूटनीति के क्षेत्र मे मुजाहिद के रूप मे काम किया।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यमन के राजदूत "इब्राहीम मुहम्मद अल-दैलामी" ने शहीद अमीर अब्दुल्लाहियान की याद में आयोजित समारोह मे आयतुल्लाह रईसी, अमीर अब्दुल्लाहियान और उनके अन्य साथियों की शहादत पर शोक व्यक्त किया और कहा: मै गवाही देता हूं कि श्री अमीर अब्दुल्लाहयान ने कूटनीति के क्षेत्र में मुजाहिद के रूप मे काम किया।
उन्होंने कहा: अमीर अब्दुल्लाहियान उन लोगो मे से थे जो काफिरो के खिलाफ लड़ते हुए पवित्र पथ पर शहीद हो गए थे।
यमनी राजदूत ने कहा: जब अमीर अब्दुल्लाहियान ने विदेश मंत्री का पद संभाला, तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए जो असाधारण उपलब्धि हासिल की, वह वैश्विक अहंकार के खिलाफ एक राजनयिक युद्ध था। वह कूटनीतिक क्षेत्र मे एक बहादुर और निडर व्यक्ति थे।
उन्होंने आगे कहा: शहीद रईसी और शहीद अब्दुल्लाहियान इस्राईली शासन के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के प्रयासो को अवरुद्ध करने मे सफल रहे और उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की अनुमति नहीं दी।
इब्राहिम मोहम्मद अल-दैलमी ने कहा: मैंने व्यक्तिगत रूप से एक प्रिय मित्र को खो दिया है, लेकिन मेरा मानना है कि, ईश्वर की इच्छा से, ईरान का संघर्ष और प्रतिरोध का मार्ग जारी रहेगा।
आयतुल्लाह इब्राहीम रईसी और उनके सहयोगियों की शहदत पर मजलिस मे सुप्रीम लीडर की शिरकत
ख़िदमत गुज़ार शहीदों की याद में मजलिस का आयोजन किया गया जिसमें हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई सिविल और फ़ौजी अधिकारी, देशी व विदेशी मेहमान और मुख़्तलिफ़ अवामी लोग शरीक हुए।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ख़िदमत गुज़ार शहीदों की याद में मजलिस का आयोजन किया गया जिसमें हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई सिविल और फ़ौजी अधिकारी, देशी व विदेशी मेहमान और मुख़्तलिफ़ अवामी लोग शरीक हुए।
ख़िदमत गुज़ार शहीदों मरहूम राष्ट्रपति हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद इब्राहीम रईसी, मरहूम विदेश मंत्री जनाब डॉक्टर हुसैन अमीर अबुल्लाहियान, तबरीज़ के इमामे जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मरहूम आले हाशिम, पूर्वी आज़रबाइजान प्रांत के गवर्नर मरहूम डॉक्टर मालिक रहमती की याद में मजलिस हुई।
क्षेत्रीय संचार माध्यमों में शहीद रईसी के अंतिम संस्कार की कवरेज
पश्चिमी संचार माध्यमों में ईरान के शहीद राष्ट्रपति रईसी के अंतिम संस्कार का विस्तृत पैमाने पर कवरेज, ईरान के साथ संबंधों को सामान्य करने हेतु बहरैन का रुझान, ज़ायोनी अधिकारियों और संचार माध्यमों द्वारा फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध के मुक़ाबले में विफलता व नाकामी की स्वीकारोक्ति, समझौता करने के लिए अपील, प्रतिरोध द्वारा मिसाइल और ड्रोन से ग़ज़्ज़ा पट्टी में इस्राईली अपराधों का जवाब पिछले घंटों में पश्चिम एशिया के महत्वपूर्ण परिवर्तन व बदलाव हैं।
क्षेत्रीय संचार माध्यमों ने गुरूवार को इस्लामी गणतंत्र ईरान के शहीद राष्ट्रपति आयतुल्लाह सैयद इब्राहीम रईसी के अंतिम संस्कार के कार्यक्रमों को विस्तृत पैमाने पर पवित्र नगर मशहद से सीधा कवरेज दिया।
लेबनान के अलमनार टीवी चैनल ने इन कार्यक्रमों के सीधा प्रसारण के साथ एलान किया कि ईरान के विभिन्न क्षेत्रों से दसियों लाख ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति के दफ़्न समारोह में मशहद में मौजूद हैं। इसी प्रकार इस टीवी चैनल ने शहीद रईसी की विशेषता के बारे में लिखा कि वह जनसेवक, शहीद राष्ट्रपति, धार्मिक आलिम और सच्चे ज़ाहिद थे और इस्लामी जगत में उनकी जगह ख़ाली रहेगी।
लेबनान की "अलअहद" वेबसाइट ने भी "मशहद में शहीद रईसी के दफ़्न समारोह में दसियों लाख ईरानियों की उपस्थिति" की सुर्खी लगाई और इस कार्यक्रम को अपने मुख पृष्ट पर क़रार दिया और उसका सीधा कवरेज दिया।
सीरियाई न्यूज़ एजेन्सी ने भी अपनी रिपोर्ट में शहीद रईसी के दफ़्न समारोह में दसियों लाख ईरानियों की उपस्थिति की ओर संकेत किया।
ईरान के साथ संबंधों को सामान्य बनाने में देरी का कोई कारण नहीं हैः बहरैन नरेश
इसी बीच समाचार एजेन्सी इस्ना ने रिपोर्ट दी है कि बहरैन नरेश ने गुरूवार को मॉस्को में बहरैन और ईरान के मध्य समस्याओं के दूर किये जाने की ओर संकेत किया और बहरैन द्वारा तेहरान के साथ संबंधों को दोबारा सामान्य किये जाने पर बल दिया।
हमद बिन ईसा आले ख़लीफ़ा ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन के साथ मुलाक़ात में कहा कि ईरान बहरैन के साथ संबंधों को सामान्य बनाये जाने का इच्छुक है और इस काम में देरी का कोई कारण नहीं है।
ज़ायोनी सरकार के पूर्व अधिकारी ने स्वीकार कियाः सेना में हमास को पराजित करने की ताक़त नहीं है।
मेहर न्यूज़ एजेन्सी ने भी ग़ज़्ज़ा पट्टी में होने वाले परिवर्तनों के संबंध में रिपोर्ट दी है कि जायोनी सेना में शिकायत विभाग के पूर्व ज़िम्मेदार मेजर इस्हाक़ ब्रेक ने स्वीकार किया है कि इस सरकार की सेना के अंदर फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास को पराजित करने की ताक़त नहीं है।
ज़ायोनी सरकार की "वाला" न्यूज़ एजेन्सी ने भी रिपोर्ट दी है कि जायोनी सरकार के सुरक्षा अधिकारी और इस सरकार की वार्ताकार टीम ने एक बैठक में स्वीकार किया है कि हर क़ीमत पर हमास के साथ समझौता किया जाना चाहिये यहां तक कि अगर उसके हालिया प्रस्ताव की समीक्षा क्यों न करनी पड़ी और उसे अधिक विशिष्टता क्यों न देनी पड़ी।
ज़ायोनी सरकार के युद्धोन्मादी मंत्रिमंडल के एक सदस्य बेनी गैन्ट्स ने गुरूवार की रात को सात अक्तूबर को मिलने की वाली पराजय की जांच कराने के लिए एक समिति के गठन की मांग की।
इराक़ी प्रतिरोध ने अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के ईलात और हैफ़ा बंदरगाहों पर ड्रोन से हमला किया
समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार इराक़ के इस्लामी प्रतिरोध ने शुक्रवार की सुबह को ग़ज्ज़ा में इस्राईल के अपराधों के जवाब में अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में हैफ़ा बंदरगाह पर ड्रोन से हमला किया।
इराक के इस्लामी प्रतिरोध ने एलान किया है कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनी सरकार के ख़िलाफ़ दूसरे चरण की कार्यवाही को पूरा करने और ग़ज़्ज़ा पट्टी के लोगों के समर्थन के परिप्रेक्ष्य में इराक़ी मुजाहिदों व संघर्षकर्ताओं ने शुक्रवार की सुबह को अतिग्रहित हैफ़ा बंदरगाह को लक्ष्य बनाया।
इराक़ के इस्लामी प्रतिरोध ने गुरूवार की रात को भी ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी सरकार के अपराधों के जवाब में अतिग्रहित ईलात बंदरगाह में एक महत्वपूर्ण लक्ष्य को दो ड्रोनों से निशाना बनाया था।
लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह ने भी गुरूवार की रात को एलान किया कि उसने अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन के उत्तर में स्थित यारून उपनगर में जायोनी सैनिकों के एकत्रित होने के स्थान को मिसाइल से लक्ष्य बनाया।
इस्राईल ने इंटरनेशनल कोर्ट का आदेश ठुकराया, रफह पर हमले और तेज़
ग़ज़्ज़ा में पिछले सात महीने से भी अधिक समय से क़त्ले आम कर रहा इस्राईल अब तक 36 हज़ार से अधिक लोगो की हत्या कर चुका है। संयुक्त राष्ट्र की बार बार अपील और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की निंदा के बावजूद इस्राईल फिलिस्तीनियों के क़त्ले आम से बाज़ नहीं आ रहा है। अब इंटरनेशनल कोर्ट ने इस्राईल को रफह पर तुरंत हमले रोकने का आदेश दिया है लेकिन ज़ायोनी शासन ने ICJ के फैसले के बाद रफह पर हमले तेज कर दिए हैं। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने शुक्रवार (24 मई) को ज़ायोनी शासन को आदेश दिया कि वह रफह में हमले को तुंरत रोके। बीबीसी के मुताबिक, साउथ अफ्रीका ने इस्राईल पर नरसंहार का आरोप लगाते हुए कोर्ट से जंग को रोकने की मांग की थी।
संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को इस्राईल को ग़ज़्ज़ा के दक्षिणी हिस्से में स्थित शहर रफह में अपने सैन्य अभियान को तुरंत रोकने का आदेश दिया। ज़ायोनी शासन का कहना है कि उसे हमास से खुद की रक्षा करने का अधिकार है और उसके द्वारा इस फैसले का पालन करने की संभावना नहीं है।
गृहमंत्री ने फिर साधा निशाना, मुस्लिमों का आरक्षण ख़त्म करेंगे
लोक सभा चुनाव के बीच केंद्र की सत्ता पर पिछले 10 साल से क़ाबिज़ भाजपा के स्टार प्रचारकों समेत प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सबके निशाने पर अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय है। बिहार में छठे चरण के मतदान से पहले प्रचार के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आरा में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे।
शाह ने कहा कि 5 चरण का चुनाव हो चुका है और हम लोग 5 चरण में 310 सीट प्राप्त कर चुके हैं। लालू और राहुल का सूपड़ा साफ हो गया है। बिहार में इस बार घमंडिया गठबंधन का खाता भी नहीं खुलने वाला है।
मुस्लिम समुदाय पर निशाना दश्ते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी, लालू यादव और ममता बनर्जी हमारे आरक्षण पर डाका डालना चाहते हैं जो मुस्लिम आरक्षण करना चाहते हैं, आप भारतीय जनता पार्टी को 400 पार करा दो हम यह मुस्लिम आरक्षण रद्द करके पिछड़ा अतिपिछड़ा को देने का काम करेंगे।
चीन की अमेरिका को चेतावनी, ताइवान की समुद्री सीमा में घुसे 46 सैन्य विमान
चीन और ताइवान के बीच जारी विवाद को अमेरिका लगातार हवा देने में लगा हुआ है। ताइवान के साथ विवाद के बीच अमेरिका के बयान पर प्रतिक्रिया देते चीन ने कहा है कि जो लोग 'ताइवान की स्वतंत्रता' में शामिल हैं, उनके लिए एक डेड एंड होगा और ताइवान की स्वतंत्रता के लिए समर्थन करने का उल्टा असर ही होगा।
बीजिंग ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और उसने इस पर नियंत्रण करने के लिए बल प्रयोग की धमकी दी है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि 46 चीनी सैन्य विमान शुक्रवार को ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा पार कर गये। चीन ने यह काम द्वीप के चारों ओर 'दंड' अभ्यास के दौरान की।