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बूशहर परमाणु बिजलीघर शीघ्र ही काम आरंभ कर देगा
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रवक्ता ने कहा है कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों में किसी भी तरह परिवर्तन नहीं लाया जा सकता।
बहरोज़ कमालवंदी ने फ़ार्स समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि बूशहर परमाणु बिजलीघर में परमाणु ईंधन भरा जा रहा है और यह बिजली घर बहुत जल्दी काम करना शुरू कर देगा। उन्होंने ईरान और गुट पांच धन एक की वार्ता के बारे में कहा कि वार्ता में ईरान के परमाणु अधिकारों पर बल दिया गया है और हमें वार्ता के परिणाम की प्रतीक्षा करनी होगा। उन्होंने कहा कि इस समय तक कोई परमाणु केंद्र बंद नहीं हुआ और एक भी सेंट्रीफ़्यूज मशीन ने काम करना बंद नहीं किया है।
कमालवंदी ने इन रिपोर्टों को निराधार बताते हुए कि अराक के भारी पानी के संयंत्र को हल्के पानी के संयंत्र में बदल दिया जाएगा, कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ने अराक के भारी पानी के संयंत्र में किसी भी तरह के परिवर्तन की बात स्वीकार नहीं की है और वह अपने क़ानूनी अधिकारों को कभी नहीं छोड़ेगा।
इराक़ में सत्ताधारी गठबंधन मतगणना में आगे चल रहा है
इराक़ में हुए आम चुनाव के आरंभिक परिणाम में इस देश के प्रधान मंत्री नूरी मालेकी के नेतृत्व वाला क़ानून की सरकार गठबंधन अधिकांश प्रांतों में आगे चल रहा है।
समाचार एजेंसी तस्नीम के अनुसार इराक़ के केन्द्र में स्थित बाबिल प्रांत में जानकार सूत्र ने शुक्रवार को बताया कि आरंभिक मतगणना के अनुसार नूरी मालेकी के नेतृत्व वाला क़ानून की सरकार गठबंधन ग्यारह प्रांतों में आगे चल रहा है।
इस सूत्र ने बताया कि सय्यद अम्मार हकीम के नेतृत्व में अलमवातिन दल दूसरे स्थान पर और अलएहरार दल तीसरे स्थान पर है।
इराक़ में आरंभिक मतगणना के अनुसार क़ानून की सरकार गठबंधन 55 प्रतिशत मत हासिल करने में सफल रहा है।
शांति की स्थापना में इराक़ के चुनावों की महत्वपूर्ण भूमिका,
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने मंगलवार को एक बयान में इराक़ में तीस अप्रैल को होने वाले आम चुनाव को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ये चुनाव इराक़ में प्रजातांत्रिक परिवर्तन के मार्ग में बहुत बड़ा मानक है और इस देश में शांति व सुरक्षा स्थापित करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।
बान की मून ने इराक़ के स्वाधीन चुनाव आयोग की व्यापक सफलता तथा निर्धारित समय सीमा के भीतर राष्ट्रीय सिद्धांतों एवं अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार चुनाव आयोजित कराने की क्षमता की सराहना की।
उन्होंने इराक़ में राजनेताओं, प्रत्याशियों एवं चुनाव कर्मचारियों के ख़िलाफ़ आतंकवादी हमलों की लहर की भर्स्तना करते हुए इन हमलों में मरने वालों के परिजनों के प्रति सहानुभूति जतायी।
पैग़म्बरे इस्लाम स. पर अपमान जनक फ़िल्म बनाने वाले के बेटे नें इस्लाम क़ुबूल किया।
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी (अबना) की रिपोर्ट के अनुसार हॉलैण्ड डच पार्लियामेंट के दक्षिणपंथी प्रतिनिधि और इस्लाम विरोधी पार्टी के पूर्व सदस्य आर्नड वान डोरन, (जिसने इस्लाम के विरूद्ध षड़यंत्र नाम की फ़िल्म बनाई थी,) का बेटा ग्रेट वाल्डर्स मुसलमान हो गया है।
ग्रेट वाल्डर्स ने जो अपने पिता के साथ अन्तर्राष्ट्रीय शांति बैठक में भाग लेने के लिये दुबई गया हुआ था, मुसलमान होने के बाद अपना नाम अली रख लिया है।
आर्नलड वान डोरन, जिसने पैग़म्बरे अकरम स. के ख़िलाफ़ अपमान जनक फ़िल्म बना कर पूरी दुनिया में मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई थी, इस फ़िल्म के बारे में अपने ग़लती मानी है। उसका कहना है कि मैं अब पैग़म्बेर इस्लाम स. की शान में एक फ़िल्म बनाकर अपनी पिछली फ़िल्म षड़यंत्र, में की गई ग़लती को दूर करने की कोशिश करुँगा।
ईरान-ऑस्ट्रिया संबंध विस्तार का स्वागत
ईरान के संसद सभापति ने ऑस्ट्रिया के साथ द्विपक्षीय संबंधों में विस्तार का स्वागत किया है।
डाक्टर अली लारीजानी ने रविवार को तेहरान में ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री सेबैस्टियन कोर्तेज़ के साथ भेंट में कहा कि विभिन्न राजनैतिक, आर्थिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में दोनों देशों के अच्छे संबंध रहे हैं और इनमें अधिक से अधिक विस्तार आना चाहिए। उन्होंने इसी प्रकार ईरान व गुट पांच धन एक के बीच जारी परमाणु वार्ता की ओर संकेत करते हुए कहा कि यूरोप को स्वाधीन एवं बुद्धिमत्तापूर्ण नीति अपनाते हुए समग्र समझौते तक पहुंच के संबंध में सार्थक एवं सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।
इस भेंट में ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री सेबैस्टियन कोर्तेज़ ने अपनी ईरान यात्रा पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि ईरान संसार का एक महान एवं सभ्य देश है और उनका देश ईरान के साथ सहयोग विस्तार का स्वागत करता है। उन्होंने इसी प्रकार सीरिया संकट के बारे में कहा कि क्षेत्र विशेष कर सीरिया में शांति व स्थिरता की स्थापना में ईरान की सार्थक एवं सकारात्मक भूमिका है।
ईरान ने फ़तह व हमास की सहमति का स्वागत किया
ईरान ने फ़िलिस्तीन के फ़तह और हमास संगठनों के बीच एकता सहमति का स्वागत किया है।
समाचार एजेंसी फ़ार्स की रिपोर्ट के अनुसार विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मर्ज़िया अफ़्ख़म ने कहा कि ईरान इस्राईल के मुक़ाबले में फ़िलिस्तीनी गुटों के बीच एकता का स्वागत करता है। उन्होंने इसी प्रकार कहा कि ईरान क़ुद्स के अतिग्रहणकारी शासन के अतिक्रमण से निमटने के लिए फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के मूल्यवान उद्देश्य के व्यवहारिक होने के परिप्रेक्ष्य में लिये जाने वाले फ़ैसले का स्वागत करता है।
ज्ञात रहे कि गत बुधवार को हमास और फ़तह के बीच सरकार गठन के लिए राष्ट्रीय सहमति बन गयी है। इस सहमति के अनुसार अगले पांच हफ़्तों में फ़िलिस्तीन की राष्ट्रीय एकता पर आधारित सरकार का गठन होगा और स्वशासित फ़िलिस्तीनी प्रशासन के अध्यक्ष महमूद अब्बास राष्ट्रपति पद और संसद के चुनाव की तारीख़ की निकट भविष्य में घोषणा करेंगे और ये चुनाव छह महीने के भीतर एक साथ आयोजित कराए जाएंगे।
हमास-फ़तह ऐतिहासिक समझौता, अमरीका-इस्राईल को झटका
अमरीका ने प्रतिद्वंद्वी फिलिस्तीनी गुटों के बीच राष्ट्रीय आम सहमति की सरकार के गठन के लिए हुए ऐतिहासिक समझौते पर निराशा व्यक्त की है।
बुधवार को वाशिंगटन में अमरीकी विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, कठिन समय है, और हम निश्चित रूप से इस घोषणा से निराश हैं।
उन्होंने आगे कहा, इससे वास्तव में हमारे समस्त प्रयास खटाई में पड़ सकते हैं, न केवल हमारे प्रयास बल्कि विशेष रूप से पक्षों के बीच वार्ता प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए किए जाने वाले प्रयास।
ग़ौरतलब है कि अमरीकी विदेश मंत्री इस्राईल और फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण के बीच ठप्प पड़ी तथाकथित शांति वार्ता को पुनः शुरू कराने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को सात वर्षों से विभाजित फ़िलिस्तीनी प्रशासन पांच सप्ताहों में राष्ट्रीय एकता सरकार के गठन पर सहमत हो गया है।
ग़ज्ज़ा में एक ऐतिहासिक समझौते के तहत प्रतिद्वंद्वी फिलिस्तीनी गुट हमास और फ़तह राष्ट्रीय आम सहमति की सरकार के गठन पर सहमत हो गए।
इस समझौते से इस्राईली अधिकारियों को काफ़ी बड़ा झटका लगा है।
इस्राईली प्रधान मंत्री बिनयामिन नेतनयाहू ने कहा है कि फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण प्रमुख महमूद अब्बास को यह चयन करना चाहिए कि वे इस्राईल के साथ शांति समझौता चाहते हैं या हमास के साथ।
शत्रुओं पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए
तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के इमाम ने कहा कि अमरीका ने इस्लामी क्रांति की सफलता के बाद से सदैव ईरानी राष्ट्र के विरुद्ध अपनी शत्रुता जारी रखा है।
आज तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा आयतुल्लाह अहमद ख़ातेमी की इमामत में अदा की गयी। उन्होंने नमाज़े जुमा के अपने भाषण में ईरान के पूर्वोत्तर में तबस मरुस्थल में अमरीका के विफल सैन्य आक्रमण की वर्षगांठ की ओर संकेत करते हुए कहा कि इन सारी शत्रुताओं के बावजूद, तबस मरुस्थल में अमरीका के सैन्य आक्रमण सहित ईरान के विरुद्ध अमरीका के समस्त षड्यंत्र, व्यवस्था से जनता के ज़बरदस्त समर्थन और ईश्वरीय कृपा के कारण सदैव विफल रहे हैं।
आयतुल्लाह अहमद ख़ातेमी ने इसी प्रकार इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी के उस कथन की ओर संकेत करते हुए कि अमरीका, बड़ा शैतान है, कहा कि इस्लामी क्रांति की सफलता से लेकर आज तक जनता और अधिकारियों की होशियारी से ईरान के विरुद्ध अमरीका के समस्त षड्यंत्र विफल रहे हैं।
नमाज़े जुमा के इमाम ने अफ़ग़ानिस्तान, इराक़ और यूक्रेन में अमरीका के हस्तक्षेप की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमरीका इन देशों से हज़ारों किलोमीटर दूर है फिर भी वह विश्व के विभिन्न देशों में हस्तक्षेप जारी रखे हुए है। श्री अहमद ख़ातेमी ने जेनेवा में ईरान और गुट पांच धन के मध्य हुई सहमति के बारे में कहा कि शत्रुओं पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इस सहमति के बाद, ईरान पर तीन नये प्रतिबंध लगे और अमरीकी अधिकारियों ने पंद्रह बार ईरान पर सैन्य आक्रमण की धमकी दी।
ईरान- पाकिस्तान गैस पाइप लाइन पर पाकिस्तान का बल
पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री ने बताया है कि ईरान-पाकिस्तान गैस पाइप लाइन परियोजना नही रुकी है पर इस परियोजना के खर्चो के पूरा करने पर विचार विमर्श होना है।
फ़ार्स न्युज की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री शहिद खाक़ान अब्बासी ने बुधवार को सिनेट में अपने भाषण में कहा ईरान के विरूद्ध पश्चिम के प्रतिबंधो के कारण होने वाले विलंब का यह अर्थ नही है कि यह परियोजना रुक गई है। अब्बासी का यह बयान एसी स्थिति में है कि इससे पहले अमरिका ने इस गैस पाईप लाईन परियोजना का विरोध किया था। नवंबर २०१३ मे वाशिंगटन में हुए द्विपक्षीय रणनैतिक वार्ता में पाकिस्तानी अधिकारियों ने गैस पाइप लाइन का विषय रखा था परंतु अमरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान पर प्रतिबंध न लगाने का वचन नही दिया था। एसी स्थिति में पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री ने ईरान- पाकिस्तान गैस पाइप लाइन के रुकने का कारण प्रतिबंध को ही मानते हैं। इसी प्रकार ईरान तुर्की को अपनी गैस निर्यात करता है और उसमे उसे किसी भी रुकावट का सामना नही है। याद रहे ईरान अब इराक़ तथा ओमान से भी गैस पाइप लाइन का समझौता कर चुका है और उसने गैस पाइप लाइन बिछाने का काम आरंभ कर दिया है।
अफगान चुनावः मीडिया पर लगाम, जुर्माना भी!
अफ़ग़ानिस्तान के चुनाव आयोग की मीडिया सेल ने तेरह टीवी चैनलों पर जुर्माना लगाया है।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अफ़ग़ान चुनाव आयोग की मीडिया समिति ने देश के तेरह टीवी चैनलों और एक रेडियो स्टेशन पर राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान अचार संहिता का उल्लंघन करने के कारण जुर्माना लगाया है।
समिति की प्रमुख फ़रीदा नीकज़ाद ने बुधवार को घोषणा की कि तेरह टीवी चैनलों पर अचार संहिता का उल्लंघन करने और क़ानून का पालन न करने के कारण सौ डालर से तेरह सौ डालर का जुर्माना लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि कुछ संचार माध्यमों को चुनाव आयोग के निर्धारित क़ानूनों पर अमल न करने के कारण नोटिस दी गयी है। उन्होंने यह बयान नहीं किया कि किन टीवी चैनलों पर जुर्माना लगाया गया है।
ज्ञात रहे कि अफ़ग़ानिस्तान में राष्ट्रपति और प्रांतीय परिषद के चुनाव पांच अप्रैल को आयोजित हुए थे। इस बार भारत के चुनाव के दौरान मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं।