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इस्राईली जेलों में 250 फ़िलिस्तीनी बच्चेफ़िलिस्तीन के क़ैदी व पूर्व क़ैदी मामलों के मंत्रालय से जुड़े एक वकील ने बताया कि इस्राईली जेलों में क़ैद फ़िलिस्तीनी बच्चों की संख्या बढ़कर 250 हो गयी है।

हिबा मसलहा ने मंगलवार को कहा कि इस्राईली शासन, तीन इस्राईली नागरिकों के कथित रूप से अग़वा होने के कारण गिरफ़्तारी अभियान चलाए हुए है।

मसलहा ने इस्राईली सैनिकों द्वारा फ़िलिस्तीनी बच्चों की आधी रात को उनके घरों से गिरफ़्तारी की अपहरण के रूप में भर्त्सना की। उन्होंने इस्राईली सैनिकों द्वारा गिरफ़्तार फ़िलिस्तीनी बच्चों की पिटाई की निदां करते हुए इसे बच्चों के अधिकारों के कन्वेन्शन का खुला उल्लंघन बताया।

इस्राईली सैनिकों ने बहुत से फ़िलिस्तीनियों को तीन इस्राईलियों के खोजी अभियान के अन्तर्गत गिरफ़्तार किया है जिनके बारे में इस्राईल का कहना है कि वे पश्चिमी तट के अलख़लील नगर से लापता हो गए हैं।

तेलअवीव, फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलन हमास पर तीन इस्राईलियों के अपहरण का आरोप लगाता है जबकि हमास इस आरोप को रद्द करता है। उसका कहना है कि इस्राईली शासन हमास और फ़त्ह के बीच हुयी हालिया राष्ट्रीय सहमति को ख़त्म करना चाहता है। हमास और फ़त्ह के बीच सहमति से इस महीने के शुरु में फ़िलिस्तीनियों की राष्ट्रीय एकता की प्रतीक सरकार का गठन हुआ।

इस्राईल के सैनिक बारह जून से अबतब हमास के सदस्यों और सांसदों सहित 400 से अधिक फ़िलिस्तीनियों को गिरफ़्तार कर चुके हैं।

दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी और अल्जीरिया की सबसे बड़ी मस्जिद का उद्घाटन सन् 2016 में किया जाएगा।

रिपोर्ट के अनुसार अल्जीरिया की सबसे बड़ी मस्जिद जिसके उद्घाटन का प्रोग्राम 2015 में रखा गया था लेकिन अब सात महीने की देरी के साथ 2016 में किया जाएगा।

नाईजीरिया के वक़्फ़ विभाग के मंत्री मोहम्मद ईसा के अनुसार मस्जिद को 48 महीनों के अन्दर तैयार करने की प्लानिंग की गई थी लेकिन ठेकेदार अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करने में सफल नहीं हो सके हैं।

अल्जीरिया में बनाई जा रही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद की ऊँचाई एफ़ेल टावर जितनी है और इसकी मीनारों की ऊँचाई 270 मीटर होगी। 20 हेक्टेयर ज़मीन पर बनाई जा रही इस मस्जिद में एक साथ एक लाख बीस हज़ार लोग नमाज़ पढ़े सकेंगे।

इसके अलावा इस मस्जिद में एक लाख किताबों पर आधारित लाईब्रेरी के साथ साथ एक म्यूज़ियम और रिसर्च सेंटर भी है।

अमरीका, इराक़ में अपना पिट्ठु बिठाना चाहता है

वरिष्ठ नेता ने बल दिया है कि ईरान, इराक़ के आंतरिक मामले में अमरीका सहित दूसरों के हस्तक्षेप का विरोधी है।

आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई से रविवार को ईरान की न्यायपालिका के अध्यक्ष व उच्च अधिकारियों ने मुलाक़ात की। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान का मानना है कि इराक़ी जनता, सरकार और धर्मगुरु, इस भड़कती आग को बुझाने में सक्षम हैं।

उन्होंने इराक़ में रक्तपात और षड्यंत्र के पीछे वर्चस्ववादी शक्तियों विशेष रूप से अमरीका का हाथ बताया और कहा कि इराक़ की हालिया घटनाओं का लक्ष्य, इराक़ी जनता को प्रजातंत्र जैसी उपलब्धि से वंचित करना है जो उसने अमरीकी हस्तक्षेप के बावजूद हासिल की है।

वरिष्ठ नेता ने बल दिया कि अमरीका, इराक़ में जनता की भव्य भागीदारी से आयोजित चुनाव के आयोजन और जनता द्वारा प्रतिनिधियों के चयन से अप्रसन्न है इसलिए वह इस प्रयास में है कि इराक़ को अपने वर्चस्व में रखे और उसकी हां में हां मिलाने वाले अधिकारियों के हाथ में सत्ता रहे।

उन्होंने इस बात पर बल देते हुए कि साम्राज्यवादी व्यवस्था इराक़ के मामले में कुछ निरंकुश तत्वों की अज्ञानता एवं उनके भेदभावपूर्ण व्यवहार से फ़ायदा उठाने की कोशिश में है, कहा कि इराक़ में मुख्य लड़ाई उन लोगों के बीच है जो इराक़ को अमरीकी कैंप में जोड़ना चाहते हैं और जो इराक़ की स्वाधीनता चाहते हैं।

आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने कहा कि जो कुछ इराक़ में हो रहा है वह शीया-सुन्नी लड़ाई नहीं है बल्कि वर्चस्ववादी व्यवस्था सद्दाम शासन के बचे खुचे तत्वों को मुख्य मोहरे और तकफ़ीरी तत्वों को इस व्यवस्था के पियादे के रूप में प्रयोग कर इराक़ की स्थिरता, सुरक्षा और संप्रभुता को ख़तरे में डालने की कोशिश में है।

वरिष्ठ नेता ने देश की तीनों पालिकाओं के बीच बड़े एवं सार्वजनिक हितों से संबंधित मुद्दों पर सहयोग व सहमति को ज़रूरी बताया।

बीजी तेल रिफ़ाइनरी की गतिविधियां शीघ्र आरंभइराक़ की सबसे बड़ी रिफ़ाइनरी अपना कार्य आरंभ करने जा रही है। इराक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि सलाहुद्दीन प्रांत में स्थित बीजी रिफाइनरी अपना कार्य आरंभ करने जा रही है।

बीजी रिफाइनरी की सुरक्षा का दायित्व संभालने वाले कर्नल अली क़ुरैशी ने शुक्रवार को कहा है कि अशांति के कारण बंद हो जाने वाली बीजी रिफ़ाइनरी यथाशीघ्र अपना कार्य शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि इस समय यह तेल रिफ़ाइनरी पूर्ण रूप से इराक़ी सेना के निरयंत्रण में है। अली क़ुरैशी ने कहा कि आईएसआईएस की ओर से बीजी रिफ़ाइनरी पर किये जाने वाले तीन आक्रमणों को विफल बना दिया गया। इस आक्रमण में आईएसआईएल के 70 आतंकवादी मारे गए।

ज्ञात रहे कि मंगलवार को आतंकवादी गुट आईएसआईएल ने इराक़ की सबसे बड़ी इस आयल रिफ़ाइनरी पर मंगलवार को आक्रमण कर दिया था जिसके कारण इसका कार्य रूक गया था किंतु अब यह पूर्ण रूप से इराक़ की सेना के नियंत्रण में है और शीघ्र ही अपना कार्य आरंभ करने जा रही है।

फ़ार्स की खाड़ी में अमरीका ने विमान वाहक पोत।

अमरीकी रक्षामंत्रालय ने फ़ार्स की खाड़ी में विमान वाहक पोत भेज दिया है।

प्रेस टीवी के अनुसार अमरीकी रक्षा मंत्री चक हैगल ने कहा था कि उनका देश यूएसएस जार्ज बुश नामक विमान वाहक पोत को फ़ार्स की खाड़ी भेजना चाहता है। इस रिपोर्ट के अनुसार 103 टन वज़नी यह युद्धपोत शनिवार को फ़ार्स की खाड़ी पहुंचा। पेंटागन के प्रवक्ता एडमिरल जॉन केर्बी ने बताया कि हैगल ने, अमरीकी व इराक़ी नागरिकों की जान तथा इराक़ में अमरीकी हितों की रक्षा के लिए विमान वाहक पोस यूएसएस जार्ज बुश को इराक़ भेजने का आदेश दिया।

अमरीकी अधिकारियों ने इससे पहले कहा था कि वे आतंकवादी गुट आईएसआईएल या दाइश को आगे बढ़ने से रोकने के लिए केवल वायु हमले कर सकते हैं। इराक़ी विदेश मंत्रालय ने अमरीका के सैन्य हस्तक्षेप की संभावना को रद्द करते हुए कहा कि आतंकवादियों से संघर्ष के लिए केवल अमरीका की सैन्य मदद का स्वागत किया जाएगा।

आतंकवाद के लिए अमरीका और उसके सहयोगी ज़िम्मेदार हैं।हिज़्बुल्लाह का कहना है कि अमरीका और उसके क्षेत्रीय सहयोगी आतंकवाद के प्रसार के लिए ज़िम्मेदार हैं।

लेबनान के इस्लामी प्रतिरोधी आंदोलन हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव शेख़ नईम क़ासिम ने कहा है कि अमरीका और उसके क्षेत्रीय सहयोगी देश मध्यपूर्व में आतंकवाद फैला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अमरीका और उसके यूरोपीय एवं क्षेत्रीय सहयोगी तकफ़ीरी आतंकवाद को इलाक़े में लेकर आए ताकि वे सीरियाई सरकार के ख़िलाफ़ लड़ें।

शेख़ क़ासिम ने कहा कि इन्हीं देशों ने इराक़ की सत्ता सलफ़ी आतंकवादी गुट आईएसआईएल के हाथों में देने के लिए साज़िश रची है।

उन्होंने इराक़ में आतंकवाद के प्रसार के प्रति चेतावनी देते हुए कहा कि इससे पूरे इलाक़े बल्कि विश्व को ख़तरा उत्पन्न होगा।

मुसलमानों को साथ लेकर काम करने पर ताकीद।

भारत के प्रधानमंत्री ने मुस्लिम समुदाय को देश के विकास में बराबर का भागीदार बनाने का आश्वासन दिया है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि समाज का कोई एक अंग अगर दुर्बल रह जाता है तो एसे में समाज सशक्त नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि अब स्थिति बदलने का समय आ गया है। सरकार मुसलमानों सहित समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलेगी। नरेन्द्र मोदी ने भारत के सभी वर्गों, समुदायों और क्षेत्रों के विकास पर बल देते हुए कहा कि शरीर का एक अंग अगर विकलांग हो तो फिर वह शरीर स्वस्थ नहीं हो सकता। इसी प्रकार समाज का कोई एक अंग अगर दुर्बल रहा तो समाज सशक्त नहीं हो सकता।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमें इसी मूल भावना से देश के 125 करोड़ लोगों के विकास के लिए काम करना होगा।

कराची आक्रमण का मासटरमाइंड ढ़ेरपाकिस्तान की सेना की हवाई कार्यवाही में 50 आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तान की सेना के जनसंपर्क कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि शनिवार की रात उत्तरी वज़ीरिस्तान के दीगा और दत्ताख़ैल क्षेत्रों में आतंकवादियों के ठिकानों पर हवाई आक्रमण किये गए।

इस आक्रमण में कम से कम 50 आतंकवादी मारे गए। सेना के इस बयान में कहा गया है कि हवाई आक्रमण के दौरान कराची आक्रमण का मास्टरमाइंड भी मारा गया। बताया गया है कि अबू अब्दुर्रहमान पर दूसरी भी कई अन्य आतंकवादी कार्यवाहियों में संलिप्त होने का आरोप है।

पाकिस्तान की सेना का हवाई आक्रमण रात उस समय हुआ जब उज़्बेक मूल के चरमपंथी कमांडर एक मीटिंग कर रहे थे। इस आक्रमण में कम से कम 10 लोग घायल भी हुए हैं।

भारत ने बढ़ाया पाकिस्तान की ओर मित्रता का हाथभारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के पत्र का जवाब लिखा है जिसमें उन्होंने नवाज़ शरीफ़ के भारत दौरे की सराहना की है जबकि कराची हवाई अड्डे पर आतंकवादी आक्रमण की घोर निंदा की है।

पत्र में आया है कि आप के पत्र का धन्यवाद, भारत दौरे के बारे में आपकी भावनाओं की मैं सराहना करता हूं। आप और अन्य विदेशी गणमान्य लोगों के आने से शपथग्रहण समारोह को विशेष महत्त्व मिला, शपथग्रहण समारोह, क्षेत्र में लोकतंत्र की सुदृढ़ता का चिन्ह था। दोनों देशों के मध्य, शांति, मित्रता और परस्पर सहयोग पर आधारित संबंध नई पीढ़ी के लिए विकास के नये मार्ग प्रशस्त करेंगे, मैं और मेरी सरकार आप के साथ मिलकर काम करना चाहती है, हमारे संबंध से अहिंसा पर आधारित वातावरण पैदा होगा। आशा है कि परस्पर मामलों पर विचार विमर्श से दोनों देशों के संबंध, अधिक सुदृढ़ होंगे।

भारतीय प्रधानमंत्री के पत्र में कराची हवाई अड्डे पर आतंकवादी आक्रमण की घोर शब्दों में निंदा की गयी है।

दाइश से मुक़ाबले पर ईरान का बलतेहरान की केन्द्रीय नमाज़ जुमा के इमाम ने तकफ़ीरी गुट दाइश के मुक़ाबले में इराक़ी राष्ट्र की एकता और एकजुटता की आवश्यकता पर बल दिया है।

आज तेहरान की केन्द्रीय नमाज़ जुमा आयतुल्लाह मुहम्मद इमामी काशानी की इमामत में अदा की गयी । उन्होंने नमाज़ जुमा के अपने भाषण में इराक़ में तकफ़ीरी गुट दाइश के अपराधों की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह गुट इस्लामी जगत की सुरक्षा को बर्बाद करने के उद्देश्य से समस्त इस्लामी देशों में षड्यंत्र रच रहा है और अब अपने अपराधों को जारी रखने के लिए इराक़ में प्रविष्ट हुआ है।

उन्होंने दाइश आतंकवादी गुट के गठन को इस्लाम धर्म के शत्रुओं का षड्यंत्र बताया और सीरिया में इस गुट के अपराधों की ओर संकेत करते हुए कहा कि सीरिया की सेना ने इस गुट को अपमानजनक पराजय का सामना कराया।

आयतुल्लाह इमामी काशानी ने स्पष्ट किया कि इराक़ी जनता को भी अपनी एकता को मज़बूत तथा ईश्वर पर भरोसा करते हुए अपने समस्त मतभेदों को भूल जाना चाहिए और आतंकवादी गुट दाइश के अपराधों के समक्ष डट जाना चाहिए और अपनी पूरी क्षमता से अपने देश की रक्षा करनी चाहिए।