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हज़ारों रोहिंग्या मुसलमान इस समय समुद्र में भटक रहे हैं।

इसी बीच संयुक्त राष्ट्रसंघ ने कहा है कि म्यंमार को चाहिए कि वह रोहिंग्या मुसलमानों को अपना नागरिक स्वीकार करे।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव बान की मून ने कहा है कि म्यंमार को रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति को स्पष्ट करना चाहिए।  उन्होंने कहा कि म्यंमार को चाहिए कि वह रोहिंग्या मुसलमानों को अपना नागरिक स्वीकार करे।  बान की मून ने कहा कि जबतक रोहिंग्या मुसलमानों की नागरिकता के मामले का समाधान नहीं हो जाता उस समय तक पलायल की समस्या को हल नहीं किया जा सकता।

ज्ञात रहे कि अंडमान और बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र में रोहिंग्या मुसलमानों से भरे हुए पानी के जहाज़ अब भी इधर-उधर भटक रहे हैं क्योंकि कोई भी उनको शरण देने को तैयार नहीं है।  इस समय हज़ारों की संख्या में निर्दोष रोहिंग्या मुसलमान, खुले समुद्र में बेसहारा भटक रहे हैं जिनके पास न तो कुछ खाने को है और न ही जिनके पास रहने का कोई ठिकाना है।  म्यांमार की सरकार उनको अपना नागरिक स्वीकार नहीं करती और म्यंमार में रोहिंग्या मुसलमानों को अतिवादी बौद्धों की हिंसक कार्यवाहियों का सामना है जिसमें अबतक बड़ी संख्या में रोहिंग्या मारे जा चुके  है। 

 

भारत में कई सप्ताह से जारी भीषण गर्मी अब तक दो हज़ार से अधिक लोगों की जान ले चुकी है।

एक अंतर्राष्ट्रीय डिज़ाएस्टर डेटा EM-DAT के अनुसार जारी वर्ष गर्मी से होने वाली मौतों की संख्या भारत के इतिहास में दूसरी जबकि इतिहास में पांचवें नंबर पर सबसे अधिक है। EM-DAT का कहना है कि वर्ष 1998 में बहुत अधिक तापमान से देश के इतिहास में सबसे अधिक 2541 लोग मारे गये थे। देश के दक्षिणी राज्यों विशेषकर आंध्रा प्रदेश और तेलंगाना में सबसे अधिक 1979 मौते हुई हैं। इसी प्रकार पूर्वी प्रांत ओडिशा में 17 जबकि देश के दूसरे भागों में नौ लोग मारे गये हैं। आंध्रा प्रदेश और तेलंगाना में सरकारों ने भीषण गर्मी से बचने के लिए जनचेतना का कार्यक्रम आरंभ कर रखा है।

तेलंगाना आपदा प्रबंधन की प्रमुख बी आर मीना ने बताया कि पंफ़्लेट और स्थानीय मीडिया द्वारा जनता को बाहर निकलने से रोकते हुए अधिक से अधिक पानी पीने को कहा जा रहा है। मीना ने एएफ़पी को बताया कि तेलंगाना में 489 लोगों की मौत हो चुकी है। इन दिनों गर्मी में कुछ कमी है किन्तु हम सड़कों पर जाकर लोगों को सुरक्षित रहने का तरीक़ा बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार से अब तक गर्मी के कारण कोई भी मौत दर्ज नहीं की गयी है। पड़ोसी राज्य आंध्रा प्रदेश के जहां 1490 लोगों की मौत हुए, आपदा प्रबंधन की प्रमुख पी तुलसी रानी ने बताया कि उन्होंने भी एक जनचेतना अभियान आरंभ किया है।

उनका कहना था कि पिछले दिनों में मृतकों की संख्या में कमी दर्ज की गयी है। शनिवार को देश भर में अधिक से अधिक तापमान 45 डिग्री सेन्टी ग्रेट तक दर्ज किया गया और नई दिल्ली में मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने सचेत किया है कि अगले सप्ताह भी कुछ राज्यों में तापमान अधिक रहेगा।  

 

नाइजेरिया की पूर्वोत्तरी नगर मैडोगुरी की एक मस्जिद में बम धमाके में 26 लोग मारे गये तथा अन्य 28 घायल हुए हैं।

समाचारों के अनुसार एक आत्मघाती आक्रमणकारी ने स्थानीय समयानुसार शनिवार को मैडोगुरी की मस्जिद में घुस पर स्वंय को उस समय धमाके से उड़ा लिया जब लगभग साढ़े तीन बजे लोग अस्र की नमाज़ पढ़ रहे थे।

कुछ रिपोर्टों  मारे जाने वालों की संख्या 30 बतायी गयी है।

बाज़ार के एक व्यापारी नूरा खालिद ने बताया कि धमाके से मस्जिद की छत गिर पड़ी।

अभी तक किसी गुट ने इस धमाके की ज़िम्मेदारी स्वीकार नहीं की है कितु नाइजेरिया के अधिकारियों ने हमले के पीछे बोको हराम के तकफीरी आतंकवादियों का हाथ बताया है।

मस्जिद में धमाके से कुछ ही घंटे पहले मैडोगुरी के ही एक आवासीय क्षेत्र पर राकेट फायर किया गया जिसमें कम से कम तीस लोग मारे गये थे।

पश्चिमी संस्कृति के विरोध और इस्लामी शासन का नारा लगाने वाले बोको हराम के आतंकवादियों ने गत छे वर्षों के दौरान से कम से 15 हज़ार लोगों को मौत के घाट उतारा है जबकि उनके हमलों के डर से पंद्रह लाख से अधिक लोग अपना घर बार छोड़ कर अन्य सुरक्षित समझे जाने वाले क्षेत्रों में शरण ले चुके हैं।

बोको हराम ने इराक और सीरिया में सक्रिय आतंकवादी गुट आईएसआईएल के प्रमुख अलबगदादी के आज्ञापालन की घोषणा की है।

 

 

 

अमरीका के एरिज़ोना राज्य में एक मस्जिद के सामने लगभग 200 लोगों ने इस्लाम विरोधी रैली में भाग लिया, जबकि इससे बड़ी संख्या में लोगों ने इस्लाम के समर्थन में रैली निकाली।

स्थानीय समय के अनुसार, शुक्रवार को इस्लामिक कम्यूनिटी सैंटर ऑफ़ फ़िनिक्स के बाहर बड़ी संख्या में लोगों ने इस्लाम विरोधी प्रदर्शन के विरुद्ध प्रदर्शन करके नाज़ियों अपने घर वापस जाओ जैसे नारे लगाए।

उल्लेखनीय है कि इस्लाम विरोधी प्रदर्शन में एक दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारी सैन्य वर्दी पहने हुए थे, जिनके हाथों में ऑटोमैटिक रायफ़लें थीं।

इराक़ पर अमरीकी अतिक्रमण में भाग लेने वाले एक पूर्व नौसैनिक जॉन रिट्ज़ीमर का कहना था कि हाल ही में इस्लाम विरोधी सम्मेलन में फ़ायरिंग के जवाब में उन्होंने इस रैली का आयोजन किया है।

उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरूआत में कर्टिस कुलवैल सैंटर के बाहर दो बंदूक़धारियों ने फ़ायरिंग की थी। इस सैंटर में इस्लाम विरोधी एक आयोजन हो रहा था और यहां पैग़म्बरे इस्लाम (स) के चित्र बनाने वालों को इनाम दिया जाना था।

इस्लामिक कम्यूनिटी सैंटर ऑफ़ फ़िनिक्स के प्रमुख ओसामा शामी का कहना था कि शुक्रवार की घटना से उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ।

उनका कहना था कि यह कोई नई चीज़ नहीं है, नफ़रत, कट्टरता और नस्लवाद पुरानी चीज़ें हैं। इसीलिए नाज़ियों और न्यू नाज़ियों में कोई अंतर नहीं है।

 

इस्लामी गणतंत्र ईरान की नौसेना के प्रमुख एडमिरल हबीबुल्लाह सैयारी ने कहा कि आज जो कुछ हमारे पास है वह शहीदों के ख़ून और बहादुरी की बरकत से है। एडमिरल हबीबुल्लाह सैयारी ने कहा कि हमारे देश के युवा, शहीदों के बलिदान की क़ीमत जानते हैं। उन्होंने कहा कि देश की नौसेना शहीदों के मार्ग पर आगे बढ़ती रहेगी।
ख़ुर्रमशहर की आज़ादी की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में एडमिरल हबीबुल्लाह सैयारी ने कहा कि आज ईरान एक सुरक्षित देश है और पूरी स्वतंत्रता के साथ विकास के मार्ग पर आग्रसर है।
उन्होंने ये भी कहा कि ईरान इस समय क्षेत्र की पहली शक्ति है और दुनिया की किसी भी ताक़त का मुक़ाबला करने की क्षमता उसके पास है।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने बेलारूस के अपने समकक्ष से भेंट में द्वपक्षीय संबंधों में विस्तार पर बल दिया।

प्राप्त समाचारों के अनुसार पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने बेलारूस के अपने समकक्ष से गुरूवार को इस्लामाबाद में भेंट में द्वपक्षीय सहकारिता में विस्तार पर बल दिया। इस भेंट में ममनून हुसैन ने कहा कि व्यापार, शिक्षा, प्रतिरक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में दोनों देशों के संबंधों को विस्तृत होना चाहिये।

उन्होंने दोनों देशों के मध्य आर्थिक और व्यापारिक संभावनाओं की ओर संकेत करते हुए बल देकर कहा कि दोनों देशों के मध्य व्यापारिक लेन-देन दोनों देशों की वास्तविक क्षमता को बयान करने वाला नहीं है और इस मात्रा में वृद्धि होनी चाहिये।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने कहा कि इस देश ने विदेशी पूंजी निवेश के लिए बहुत अच्छा अवसर उपलब्ध कर रखा है और बेलारूस भी १८ करोड़ जनसंख्या वाले देश की बाज़ार में पूंजी निवेश करके उससे लाभ उठा सकता है।

इस भेंट में बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेन्डर लोकाशिन्को ने भी दोनों देशों के मध्य सहकारिता में विस्तार का स्वागत किया। बेलारूस के राष्ट्रपति दो दिवसीय यात्रा पर गुरूवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचे हैं। 

 

तेहरान के अस्थायी इमामे जुमा ने परमाणु मामले के समाधान के बहाने पश्चिमी देशों द्वारा ईरान के सुरक्षा व सैन्य केंद्रों के निरीक्षण को असंभव एवं ईरान के क़ानूनों के विरुद्ध बताया है।

हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने ईरान व गुट पांच धन एक के बीच परमाणु वार्ता और पश्चिम द्वारा ईरान के सुरक्षा व सैन्य केंद्रों के निरीक्षण के प्रस्ताव की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह बात क़ानून के विरुद्ध है कि वे जब भी और जहां भी चाहें इन स्थानों का निरीक्षण करें और ईरान इसे कभी भी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि दूसरा पक्ष जो भी मांग करे, ईरान उसे स्वीकार कर ले, यह संभव नहीं है और ईरान की इस्लामी व्यवस्था की मुख्य नीतियों का निर्धारण इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता करते हैं तथा जो बात भी उनके दृष्टिकोण के विरुद्ध होगी उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

तेहरान के अस्थायी इमामे जुमा ने ईरान के परमाणु अधिकारों की रक्षा पर बल देते हुए कहा कि परमाणु वार्ताकार, जिन्हें इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता और राष्ट्र का समर्थन प्राप्त है, पूरी शक्ति के साथ ईरान के सम्मान की रक्षा का प्रयास कर रहे हैं। हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने समझौतों का उल्लंघन के अमरीका के रिकार्ड की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरान व गुट पांच धन एक के बीच सहमति के बावजूद ईरान पर लगाए गए नए प्रतिबंध, वार्ता प्रक्रिया में अमरीका की धूर्तता का प्रमाण हैं।

 

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने बल दिया है कि ईरान की परमाणु नीति वही है जिसे बारंबार बयान किया गया है।

बुधवार को राष्ट्रपति और संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के सांसदों ने वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से भेंट की। इस मुलाक़ात में वरिष्ठ नेता ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर परमाणु मामले में इस्लामी गणतंत्र ईरान की मूलभूत नीति, व्यवस्था के अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप से बता दी गयी है। उन्होंने कहा कि अधिकारी विभिन्न मैदानों में पूरी गंभीरता के साथ अपने कार्य और प्रयास में व्यस्त हैं और उन्हें अपनी नितियों पर आग्रह करना चाहिए ताकि देश के हितों की पूर्ति हो सके।

उन्होंने कहा कि परमाणु मुद्दे के लिए समाधान के कई मार्ग हैं जिनमें से हर एक आंतरिक क्षमताओं पर भरोसा करना और उत्पादन को मज़बूत करने पर निर्भर है। वरिष्ठ नेता ने कहा कि वे मुद्दे जिनको लेकर ईरान, अमरीका, पश्चिम और ज़ायोनिज़्म के सामने डटा हुआ है, परमाणु मुद्दे के अतिरिक्त मानवाधिकार जैसे मुद्दे भी हैं किन्तु यदि आंतरिक क्षमताओं पर केन्द्रित रहकर समस्याओं का समाधान कर लिया जाए तो इन मामलों का हल भी सरल होगा। इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ ने संसद सहित देश की अन्य पालिकाओं द्वारा सरकार से सहयोग पर बल दिया और कहा कि ईरान के समस्त आर्थिक मामलों का समाधन, इसी प्रकार परमाणु मुद्दे का समाधान, भीतरी क्षमताओं पर भरोसा करके तथा प्रतिरोधक अर्थव्यवस्था पर विश्वास रखकर ही संभव है।

उनका कहना था कि देश में बंद गली का कोई अस्तित्व नहीं है और समस्याओं के निवारण का मार्ग, आंतरिक उत्पादन को मजब़ूत करना और वित्तीय सिद्धांतों का पालन करना है। उनका कहना था कि सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह देश की पालिकाओं और अन्य संस्थाओं के मध्य संतुलन स्थापित करे। आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनेई ने कहा कि यदि संसद सदैव इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था की मूल व सैद्धांतिक नीतियों पर आग्रह करती रहे तो सम्राज्यवादी व्यवस्था का विध्वंसक ख़तरा समाप्त हो जाएगा और ईश्वर न करे यदि ऐसा प्रतिरोध न रहे तो बहुत ज़्यादा ख़तरा है।

 

भारत में भीषण गर्मी से मरने वालों की संख्या 500 तक पहुंच गई है।

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गर्मी से अब तक 445 लोग मर चुके हैं। तेलंगाना में लू से 199 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्‍य में अधिकतम तापमान 46 दशमलव एक डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

उधर आन्‍ध्रप्रदेश में लू से अब तक 246 लोगों की मौत हो चुकी है। तटीय क्षेत्र के अनेक क़स्‍बों और शहरों में पारा 45 डिग्री से ऊपर रहा। राज्‍य का अधिकतम तापमान 47 दशमलव 2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ सकता है।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कुछ बंदियों की सज़ा माफ़ कर दी है।

आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने न्याय पालिका की ओर से 102 बंदियों की सज़ा को कम करने या माफ़ करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी।

वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने न्याय पालिका के प्रमुख आयतुल्लाह सादिक़ आमोली लारीजानी की ओर से भेजे गए क्षमापत्र को स्वीकृति दी।

ईरान की न्याय पालिका के प्रमुख आयतुल्लाह सादिक़ आमोली लारीजानी ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और संसार के मुक्तिदाता इमाम मेहदी अलैहिस्सलाम के शुभ जन्म दिवस के उपलक्ष्य में वरिष्ठ नेता को पत्र भेजकर कुछ बंदियों की सज़ा को कम करने या उन्हें माफ़ करने का अनुरोध किया था।