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ग्वान्तानामो जेल के विरुद्ध अमरीका में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन
अमरीका में ग्वान्तानामो जेल के विरुद्ध राष्ट्रव्यापी विशाल प्रदर्शनों के साथ साथ ही 25 मानवाधिकार संगठनों ने ए क खुला पत्र लिख कर इस बदनाम जेल को बंद करने की मांग दोहराई है।
गुरुवार को मानवाधिकार समर्थकों ने पूरे अमरीका में विशाल प्रदर्शनों का आयोजन कर ग्वान्तानामों जेल को बंद करने की ज़ोरदार मांग की और कहा कि इस प्रकार मानवता के विरुद्ध हो रहे अपराधों क्रम बंद होना चाहिए, क्योंकि इस प्रकार की जेलों में मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन होता है कि जो मानवता के नाम पर कलंक है।
प्रदर्शनकारियों ने ग्वान्तानामो में बंद क़ैदियों की भांति नारंगी रंग के वस्त्र पहन रखे थे ताकि ग्वान्तानामो के बंदियों की विकट स्थिति की ओर विश्ववासियों का ध्यान आकर्षित कर सकें कि जिनकी भूख हड़ताल तीसरे महीने में प्रवेश कर गई है।
वाशिंगटन में व्हाईट हाऊस के सामने तथा इसी प्रकार न्युयॉर्क, सैनफ़्रांसिस्को, लॉसएंजेलिस और शिकागो सहित अमरीका के अन्य प्रमुख शहरों में यह विशाल प्रदर्शन आयोजित हुए।
इसी बीच 25 मानवाधिकार संगठनों ने अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को एक खुला पत्र लिखकर ग्वान्तानामों में बग़ैर कोई आरोप तय किए वर्षों तक क़ैदियों को बंद रखने एवं उन्हें प्रताड़ित करने का विरोध किया और इस क़दम को अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का खुला उल्लंघन बताया।
उल्लेखनीय है कि ग्वान्तानामो की जेल में बंद लगभग 166 क़ैदियों ने स्वदेश वापसी या आरोप तय करके निष्पक्ष रूप से मुक़दमा चलाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रखी है।
विश्वभर में बदनाम इस जेल के क़ैदियों ने फ़रवरी के शुरू से भूख हड़ताल की हुई है, उनका कहना है कि बग़ैर कोई आरोप तय किए असीमित समय के लिए उन्हें क़ैद करके रखना तथा नाना प्रकार की यातनाएं देना मानवाधिकारों का उल्लंघन है।
ग़ौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त नवी पिल्ले द्वारा ग्वान्तानामो जेल को बंद करने के लिए स्पष्ट रूप से मांग किए जाने के बावजूद वाशिंगटन ने न केवल उनकी इस बात पर कान नहीं धरा है बल्कि वह इस जेल के और अधिक विस्तार की योजना बना रहा है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम के कूटनीतिक समाधान पर बल
पाकिस्तान ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे का शांतिपूर्वक समाधान निकालने पर बल दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम का कूटनीतिक समाधान निकालने हेतु इस्लामाबाद विश्व समुदाय के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तैयार है।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एज़ाज़ अहमद चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस बारे में हर प्रकार की ज़ोर ज़बरदस्ती का परिणाम उलटा ही निकलेगा।
चौधरी ने आशा जताई कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में तेहरान और पश्चिमी देशों के बीच सहमति बन जाएगी क्योंकि ईरान एनपीटी का सदस्य है तथा तेहरान द्वारा एनपीटी के सिद्धांतो का सम्मान प्रशंसनीय है। s.m
बूशहर भूकंप पर वरिष्ठ नेता का सांत्वना संदेश
ईरान की इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली सीस्तानी ने दक्षिणी प्रांत बूशहर में आने वाले भूकंप पर सांत्वना संदेश जारी किया और भूकंप में कुछ लोगों की मौत हो जाने पर गहरा दुख जताया।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने अपने संदेश में कहा है कि बड़े दुख और संवेदना के साथ बूशहर प्रांत में भूकंप और जानी नुक़सान की सूचना मुझ तक पहुंची। इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने अधिकारियों का आहवान किया कि लोगों की जान बचाने और राहत पहुंचाने का पूरा प्रयास करें।
ज्ञात रहे कि मंगलवार को स्थानीय समयानुसार शाम चार बजकर 22 मिनट पर दक्षिणी प्रांत बूशहर में 6 दशमलव 1 डिग्री का भूकंप आया भूकंप में अंतिम सूचना के अनुसार 30 से अधिक लोग हताहत और 850 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया है कि भूकंप से बूशहर परमाणु बिजलीघर को किसी प्रकार का भी कोई नुक़सान नहीं पहुंचा है।
ईरानी विमान की इराक़ में जांच पर आपत्ति
ईरान ने मानवताप्रेमी सहायता लेकर सीरिया जाने वाले ईरानी विमान की इराक़ में जांच पर आपत्ति जताई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रामीन मेहमान परस्त ने मंगलवार को कहा कि इराक़ का यह क़दम अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि इस जांच से यह दावे झूठे साबित हो गए कि ईरान मानवताप्रेमी सहायता की आड़ में सीरियो को हथियार सप्लाई कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ईरान से सीरिया के लिए मानवताप्रेमी सहायता जाती रहेगी।
सीरिया में मार्च 2011 से अशांति जारी है और आतंकवादी संगठन दमिश्क़ सरकार तथा जनता के विरुद्ध हमले कर रहे हैं। इन हमलों में अब तक बड़ी संख्या में आम नागरिक और सैनिक मारे गए हैं।
अफ़ग़ानिस्तानः विदेशी सेना का हेलीकाप्टर गिरा, दो हताहत
अफ़ग़ानिस्तान में विदेशी सेना का एक हेलीकाप्टर गिर जान से दो सैनिक मारे गए हैं।
विदेशी सेना ने मंगलवार को एक बयान में घोषणा की है कि एक हेलीकाप्टर पूर्वी भाग में गिरकर ध्वस्त हो गया और घटना की जांच जारी है। बयान में यह नहीं बताया गया कि मारे गए सैनिकों का संबंध किस देश से है किंतु कुछ सूत्रों का कहना है कि यह अमेरिकी सैनिक थे।
तालेबान ने दावा किया है कि हेलीकाप्टर उनके आक्रमण का निशाना बनकर गिरा है।
पाकिस्तानः नामांकन पत्रों की आरंभिक जांच पूरी
पाकिस्तान में चुनाव आयोग ने सभी प्रत्याशियों के नामांकन पत्र की आरंभिक जांच पूरी कर ली है और अब कल से मंज़ूर या रद्द होने वाले नामांकन पत्रों के बारे में याचिकाएं दाख़िल करने की प्रक्रिया आरंभ होगी। चुनाव आयोग के अनुसार चुनाव में भाग लेने के लिए जमा कराए गए सभी 24 हज़ार 94 नामांकन पत्रों की आरंभिक जांच पूरी कर ली गई भै। चुनाव आयोग का कहना है कि जो लोग चुनावों में भाग लेने की योग्यता नहीं रखते किंतु धोखे से चुनाव में भाग लेते रहे हैं उन्हें अब इसका अवसर नहीं मिलेगा। जांच का काम चुनावों के बाद भी जारी रहने की घोषणा की गई है।
अफ़ग़ानिस्तानः नैटो के हमले में 10 बच्चों सहित 20 हताहत
पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में नैटो के वायु आक्रमण में 10 बच्चों और दो महिलाओं सहित 20 लोग मारे गए हैं।
सूचना के अनुसार कुनड़ प्रांत के शीगल क्षेत्र में नैटो सेना के वायु आप्रेशन के दौरान कम से कम 10 बच्चों और दो महिलाओं सहित 20 लोग मारे गए जिनमें छह चरमपंथी भी शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि नैटो के आक्रमण के दौरान एक घर की छत गिर गई जिससे यह मौतें हुई हैं। आक्रमण में छह महिलाएं घायल हुई हैं। गठबंधन सेना ने आक्रमण की पुष्टि करते हुए कहा है कि आक्रमण में महिलाएं और बच्चे मारे नहीं गए घायल हुए हैं किंतु स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने बच्चों और महिलाओं के शव देखे हैं।
दृढ़ संकल्प से पार करेंगे हर बाधा
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री ने ईरानी राष्ट्र के दृढ़ संकल्प को ईरानी समाज के सामने मौजूद संकटों और चुनौतियों को पार करने का मुख्य कारण बताया है।
विदेशमंत्री अली अकबर सालेही ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी स्थिति में कि जब शत्रु प्रतिबंध और दबाव द्वारा ईरान को अलग- थलग करने का प्रयास कर रहे हैं ईरान क्षेत्रीय शांति व स्थायित्व में मुख्य भूमिका निभा रहा है।
विदेशमंत्री ने इसी प्रकार ईरान की प्रगति की राह में अत्याधिक बाधाएं उत्पन्न किये जाने की ओर संकेत करते हुए बल दिया कि ईरानी राष्ट्र अपने संकल्प द्वारा सभी बाधाओं को पार कर लेगा।
जनता को विमुख करने के प्रयास परिणामहीन
तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के इमाम आयतुल्लाह इमामी काशानी ने कहा कि जनता को इस्लामी व्यवस्था से विमुख करने के सारे प्रयास परिणामहीन रहेंगे।
आयतुल्लाह इमामी काशानी ने तेहरान विश्वविद्यालय के कैंपस में नमाज़े जुमा के ख़ुतबों में कहा कि शत्रु ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों के परिणामों को बहुत बढ़ा चढ़ाकर दिखाते हैं और ईरान की सफलताओं व उपलब्धियों पर पर्दा डालने का प्रयास करते हैं ताकि जनता और इस्लामी शासन व्यवस्था के बीच खाई उत्पन्न हो किंतु उनके यह प्रयास परिणामहीन रहेंगे। आयतुल्लाह इमामी काशानी ने कहा कि ईरानी जनता प्रबल इच्छाशक्ति के साथ और विभिन्न अवसरों पर अपनी भरपूर उपस्थिति और साझेदारी से इस्लामी लोकतंत्र व्यवस्था के समर्थन की घोषणा करेगी और पश्चिमी शक्तियों को याद रखना चाहिए कि ईरानी जनता अपने अधिकारों से पीछे नहीं हटेगी बल्कि दबावों से उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर नियंत्रण करके शत्रुओं को निराशा कर देगी।
आयतुल्लाह इमामी काशानी ने इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता की ओर से नए ईरानी वर्ष 1392 हिजरी शम्सी को राजनैतक व आर्थिक संघर्ष का साल घोषित किए जाने का हवाला दिया और कहा कि ईरानी जनता जून 2013 में होने वाली राष्ट्रपति चुनावों में भरपूर उपस्थिति द्वारा इस्लामी लोकतांत्रिक व्यवस्था से अपनी वफ़दारी का प्रमाण पेश करेंगे।
बौद्ध भिक्षुओं के हमले में अनेक श्रीलंकाई मुसलमान घायल
श्रीलंका की राजधानी, कोलंबो में बौद्ध भिक्षुओं के नेतृत्व में सैंकड़ों की संख्या में लोगों ने साम्प्रदायिकता एवं नस्लवाद को हवा देते हुए स्थानीय मुसलमानों की दुकानों पर हमला कर दिया।
प्राप्त सूचना के अनुसार, अचानक हुए इस हमले में कई स्थानीय लोग घायल हुए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार सिंहली बहुमत वाले बौद्ध भिक्षुओं का कट्टरपंथी गुट काफ़ी समय से वहां रह रहे मुसलमानों के रहन-सहन और पहनावे की शैली पर अपनी आपत्ति जताता रहा है।
दूसरी ओर भगवा चरमपंथी गुट राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आर-एस-एस ने इन बौद्ध भिक्षुओं के घृणास्पद क़दम का समर्थन किया है।
बौद्ध भिक्षु पत्रकारों की उपस्थिति के बावजूद नफ़रत का यह खेल खेलते रहे।